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ओला कैब्स में गूगल मैप्स का इस्तेमाल बंद:कंपनी अब खुद के बनाए ओला मैप्स का यूज करेगी, इससे सालाना ₹100 करोड़ बचेंगे

ऑनलाइन कैब सर्विसेज प्रोवाइड करने वाली कंपनी ओला कैब्स ने अब अपने बिजनेस में गूगल मैप्स का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया है। कंपनी अब गूगल मैप्स की जगह अपने खुद के बनाए ओला मैप्स का यूज करेगी। ओला कैब्स के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) भाविश अग्रवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर कर इस बात की जानकारी दी है। हम गूगल मैप्स से पूरी तरह से एग्जिट हो चुके हैं
भाविश अग्रवाल ने कहा, ‘पिछले महीने Azure से एग्जिट होने के बाद, अब हम गूगल मैप्स से भी पूरी तरह से एग्जिट हो चुके हैं। हम गूगल मैप्स पर सालाना ₹100 करोड़ खर्च करते थे, लेकिन हमने इस महीने अपने इन-हाउस ओला मैप्स पर पूरी तरह से शिफ्ट होकर उस खर्च को 0 कर लिया है। अपने ओला ऐप को चेक करें और जरूरत पड़ने पर अपडेट करें। साथ ही Krutrim क्लाउड पर ओला मैप्स API अवेलेबल है। जल्द ही कई और फीचर्स आने वाले हैं – स्ट्रीट व्यू, NERFs, इनडोर इमेजेस, 3D मैप्स, ड्रोन मैप्स आदि।’ 3 महीने पहले माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर से पार्टनरशिप तोड़ी थी
3 महीने पहले ओला ग्रुप की कंपनियों ने माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर के साथ पार्टनरशिप तोड़ने का ऐलान किया था। इसके बाद अपना पूरा काम इन-हाउस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) फर्म कृत्रिम पर ट्रांसफर कर दिया था। भाविश ने 15 दिसंबर को लॉन्च किया था AI मॉडल​​​​​​​ ‘कृत्रिम’ ​​​​​​​
भाविश अग्रवाल ने 15 दिसंबर को भारत का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल ‘कृत्रिम’ लॉन्च किया था। कृत्रिम AI के लॉन्च के अवसर पर कंपनी ने क्लाउड सर्विसेज और मैपिंग सॉल्यूशंस के लिए अपने प्लान्स भी पेश किए थे। AI कंप्यूट के अलावा ओला मैप्स डेवलपर्स को मैपिंग एंड लोकेशन-बेस्ड सर्विसेज और लोकेशन इंटेलिजेंस सर्विसेज भी प्रोवाइड करता है। ओला ने अक्टूबर 2021 में जियोस्पेशियल सर्विसेज देने वाली पुणे बेस्ड कंपनी जियोस्पोक का अधिग्रहण किया था। ओला मैप्स फिलहाल कंपनी के प्रमुख ओला कैब्स ऐप की मैपिंग जरूरतों को पूरा करती है। कंपनी ने जनवरी में एक सॉफ्टवेयर अपडेट के हिस्से के रूप में अपने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर व्हीकल्स के लिए ओला मैप्स को रोल आउट करने के प्लान की भी घोषणा की थी।

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