भास्कर न्यूज|सिरोही भारतीय स्टेट बैंक की ओर से संचालित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान आरसेटी सिरोही में 38 दिवसीय कंप्यूटर अकाउंटिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन शनिवार को किया। इसमें सिरोही जिले के विभिन्न गांवों से आए बेरोजगार युवा भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि आरबीओ लीड विकास अधिकारी वीरेंद्र चारण ने कहा कि प्रशिक्षण पाठ्यक्रम स्थानीय आवश्यकताओं और युवाओं की दैनिक जीवन उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए तैयार किए हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को छात्रावास सुविधा का नियमित रूप से उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। जिला अग्रणी प्रबंधक उम्मेद राम मीणा ने युवाओं से कहा कि जीवन में सफलता के लिए माता-पिता का सम्मान और उनकी आज्ञा का पालन आवश्यक है। उन्होंने प्रशिक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए इसे आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त कदम बताया। आरसेटी निदेशक कैलाश गहलोत ने कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से युवा कार्यकुशल बनकर स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा कि अपने हुनर के बल पर वे न केवल अपने परिवार की स्थिति सुधार सकते हैं, बल्कि समाज, राज्य और देश की तकदीर बदलने में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि एसबीआई आरसेटी का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाना है। आरसेटी के प्रशिक्षक पपीया राम, रेवा शंकर रावल, भंवरलाल, दिनेश कुमार प्रजापत, देवराज एवं कैलाश कुमार माली भी मौजूद थे।