सिटी रिपोर्टर | छह दिवसीय नटराज महोत्सव मंगलवार से जेकेके में शुरू हुआ। इस महोत्सव के पहले दिन जयपुर घराने की कथक नृत्यांगना मनीषा गुलयानी और मोहम्मद अमान की शास्त्रीय गायन प्रस्तुति ने लोगों को मनोरंजन किया। मनीषा ने कथक के जरिए शिव तांडव स्तोत्र पर शिव और शक्ति की स्तुति की। ताल धमार में 14 मात्रा में विलंबित बंदिश पर अभिनय का बेहतर प्रदर्शन किया। इसके बाद राग चारूकेशी में द्रुत तीन ताल में निबद्ध बंदिश पर नृत्य करते हुए मयूर और प्रकृति के सौंदर्य को साकार किया। मनीषा ने पारंपरिक कथक में तोड़ा, परण, परमेलू, कवित्त और गत पेश की। मयूर श्लोक के साथ उन्होंने थिरकते कदमों को विराम दिया। नृत्य के बाद सुरीले शास्त्रीय गायन की महफिल सजी। मो. अमान ने सधे स्वरों में विभिन्न शास्त्रीय रचनाएं पेश कीं, जिनमें राग रागेश्वरी में विलंबित ख्याल का गीत ‘धन-धन भाग’ गाया। उन्होंने बंदिश बैंडिट्स के इसी गीत ‘गरज गरज’ के साथ प्रस्तुति का समापन किया। बुधवार को शाम सात बजे रंगायन में इश्तियाक खान निर्देशित नाटक “द शैडो ऑफ ओथेलो’ का मंचन होगा।