विप्र फाउंडेशन ने सोमवार को उदयपुर में मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक डॉक्टर रवि शर्मा की करंट लगने से हुई मौत की न्यायिक जांच करने की मांग की। फाउंडेशन ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम जोधपुर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और प्रशासनिक कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन देने आए वरिष्ठ वकील हस्तीमल सारस्वत ने बताया कि उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज में चिकित्सक डॉक्टर रवि शर्मा की वाटर कूलर में पानी भरते समय करंट लगने से मौत हो गई थी। यह न केवल प्रशासनिक लापरवाही थी, बल्कि चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में डॉक्टरों की सुरक्षा पर भी सवालिया निशान खड़े करती है। इस मामले में विप्र फाउंडेशन की ओर से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। 2 करोड़ की मुआवजा राशि देने की मांग
विप्र फाउंडेशन के राजकुमार शर्मा ने बताया कि ज्ञापन में मृतक चिकित्सक के परिजनों को 2 करोड़ की मुआवजा राशि तत्काल प्रभाव से देने की मांग की गई, क्योंकि डॉक्टर रवि शर्मा अपने परिवार में इकलौते पुत्र थे, जिन पर परिवार के पांच सदस्यों की जिम्मेदारी थी। इसके अलावा इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्यवाही करने, मृतक के आश्रित परिवारजन को तत्काल सरकारी नौकरी देने और मृतक का पोस्टमार्टम पुनः मेडिकल बोर्ड से करवाने की मांग कीगई। जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने की मांग
ज्ञापन में चिकित्सकों के हॉस्टल में व्याप्त समस्याओं को दूर करने और जिला प्रशासन की ओर से उच्च स्तरीय समिति का गठन करने की मांग भी की गई। जिससे हॉस्टल में रह रहे रेजिडेंट डॉक्टर की समस्याओं को समिति सुने और उनका तत्काल समाधान सुनिश्चित करें। फाउंडेशन की ओर से इस हादसे के जिम्मेदार अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग भी की गई। इस मौके पर हस्तीमल सारस्वत, नवीन जोशी, राजकुमार शर्मा, अशोक शर्मा बासनी, कैलाश सारस्वत, कैलाश ओझा, शीला आसोपा, स्वाति शर्मा, दिनेश कल्ला, मनीष आचार्य, इंद्रजीत त्रिपाठी, कपिल ओझा, कमलेश जोशी आदि मौजूद रहे।
