comp 120 1752662895

इन दिनों सेलिब्रिटी कॉमेडी कुकिंग रियलिटी शो लाफ्टर शेफ्स- अनलिमिटेड एंटरटेनमेंट में नजर आ रहे करण कुंद्रा ने हाल ही में दैनिक भास्कर से बातचीत में अपनी जर्नी पर बात की है। करण ने बताया है कि जब उन्होंने इस शो में जाने की बात अपने घरवालों को बताई तो परिवार ने कहा कि वो खानदान की नाम खराब कर देंगे, क्योंकि उन्हें कुकिंग नहीं आती थी। लेकिन करण की मानें तो वो अब अपनी कुकिंग स्किल्स से खुद हैरान हैं। बातचीत में करण ने गर्लफ्रेंड तेजस्वी प्रकाश पर भी बात की है- सवाल- मास्टर शेफ में कुकिंग कर आपने लोगों को हैरान किया है, क्या आपने सोचा था आप ऐसे लोगों का दिल जीतेंगे? जवाब- मैं खुद भी हैरान हुआ हूं। मैंने नहीं कभी सोचा था। क्योंकि कुकिंग एक ऐसी चीज है, जो मैंने कभी सोचा ही नहीं जिंदगी में। इंटरप्रन्योर से लेकर एक्टिंग, होस्टिंग, हार्डकोर रियलिटी शोज सब किया, लेकिन कॉमेडी में तो अपना है ही नहीं। ये एक फिलर शो होने वाला था, लेकिन ये बहुत बड़ा बन गया। फिर मुझे समझ आया कि मुझे ये करना पसंद है। अगर आप ऐसे शख्स हैं, जिन्हें चीजें सुलझाना पसंद है, हासिल करना पसंद है तो कुकिंग भी एक थेरेपी की तरह है, क्योंकि आप कुछ बनाने के लिए सारी चीजें एक साथ डाल रहे हैं। पहले सीजन में अर्जुन (बिजलानी) था। अर्जुन बहुत अच्छा कुक है, तो उसमें मुझे ज्यादा कुछ करना पड़ता ही नहीं था। भाई अपना वो कर रहा है। लेकिन उसमें भी जब कभी-कभी कोई ऐसी ची हम क्रिएट करते थे तो बड़ी शाबाशी मिलती थी। हर कोई एक-दूसरे को बढ़ते हुए देखना चाहता था। बहुत मजा आया। सवाल- आपने सालों तक रिश्ते कमाए हैं, ऐसा कम लोग ही कर पाते हैं? जवाब- मैं बहुत शुक्रगुजार हूं। मैं कुछ समय पहले ही इस बारे में सोच रहा था। मैं बहुत ब्रेक्स लेता हूं, अपने शोज के बीच में। बहुत सी चीजें कर रहा होता हूं। लेकिन जब ऑडियंस की, लोगों की बात आती है, इस इंडस्ट्री में जब भी लोगों से मिलता हूं, बहुत प्यार मिलता है। मुझे पता चलता है कि ये लोग मेरे शुभचिंतक हैं। मुझे पता चलता है कि जिन लोगों से में 6-6 महीने नहीं मिला वो मेरे बारे में कहीं अच्छी बातें कर रहे हैं। ये सब ऊपरवाले ने दिया है। इसमें मेरा कोई हाथ नहीं। सवाल- अर्जुन बिजलानी और आपकी जोड़ी और इस जुगलबंदी पर क्या कहना चाहेंगे? जवाब- मैं दोनों सीजन में खुशकिस्मत रहा हूं। पहले सीजन में मैं अपने बेहद करीबी दोस्त के साथ था और दूसरे सीजन में सरप्राइज एलिमेंट था। जो हम नहीं जानते वो मेकर्स जानते हैं। मैं इसका पूरा क्रेडिट मेकर्स को दूंगा, क्योंकि वह वो देख लेते हैं, जो हम नहीं देखते। पिछले सीजन में मैं कम काम करता था। इस सीजन में एल्विश कम काम करता है। मेरे छोटे भाई जैसा। हमें जीतना था, तो हमें नहीं भी पता होता था तो हम कहते थे हम करेंगे। ये ऐसा था, जैसे बेसबॉल फील्ड में क्रिकेट जीतने की कोशिश कर रहे हैं। सवाल- इस सीजन में आपको सबसे चैलेंजिंग चीज क्या लगी? जवाब- चैलेंजिंग, देखिए ये हमारे लिए पजल सॉल्व करने जैसा था। क्योंकि हम पहले टीवी पर देखते थे, फिर नीचे देखते थे, सिर खुजाते थे कि यहां से वहां तक कैसे पहुंचना है। कुछ पता ही नहीं है और बताते नहीं हैं। मेकर्स हमें कुछ नहीं बताते थे। क्योंकि यही मजा था। हम समझ रहे थे और दौड़ रहे थे, यही शो का फॉर्मेट था। इधर-उधर पूछकर अली से पूछकर, रुबीना से पूछकर कि क्या बेसिक है। केक का बेसिक क्या है, कैसे बनता है, चावल किसका है, ये ऐसे होगा, इसको फ्राई करो। वहीं सब सॉल्व करना था और फिर अपनी एक डिश बनानी थी। मुझे लगता है ये बहुत मजेदार था। दूसरा सीजन पहले सीजन से मुश्किल था। डिशेज के नंबर भी ज्यादा थे और वो उतनी ही कॉम्प्लैक्स थीं। बो बहुत मुश्किल था। सवाल- शो में सबसे अच्छे कॉम्प्लिमेंट्स क्या मिले हैं? जवाब- जब मैं वापस आया (दूसरे सीजन) था, तो बिना कुछ बोले ही दिख गया था कि मुझे कितना प्यार मिला है। कुछ चीजें फील होती हैं। इसे सीक्रेट रखा गया था। भारती (होस्ट) को भी नहीं पता था। उसका टेलीप्रॉम्पटर भी ब्लैंक रखा गया था। वो मुझे देखकर शॉक हो गई थी। सवाल- जब पहली बार आपकी मम्मी और बहन को पता चला कि आप इस तरह के शो में जा रहे हैं, तब क्या रिएक्शन था? जवाब- वो कहते हैं कि ये हमारे खानदान का नाम खराब करके आएगा, मिट्टी में मिलवा के आएगा ये। क्योंकि वो जानते हैं कि मैं खाना नहीं बना सकता। लेकिन उन्हें भी नहीं पता था और मुझे भी नहीं पता था कि मैं कुक कर सकता हूं। मैं खुद हैरान हो जाता हूं कभी-कभी। जैसे एक बार हम एक कोई डिश बना रहे थे और मतलब मैंने खाया, सबका खाया, तो हमारा सेम आ रहा था। मैंने कुछ मसाले मिलाए फिर मैंने टेस्ट किया, बहुत अमेजिंग बना था। एक दिन वॉटरमेलन जूस था। मैंने उसमें मिर्च डाल दी। ये किसी ने नहीं सोचा था कि मैं उसमें मिर्च हलेपीनोज डालूंगा वॉटरमेलन जूस में। हरपाल जी (जज) ने उसे चखा और उन्होंने कहा ये क्या है। मैं जानता हूं कि वो शेफ हैं, उन्होंने कहीं न कहीं देखा होगा। उन्होंने कहा, भाई कमाल कर दिया तुमने। फिर मुझे समझ आया कि मुझ में टेस्ट की समझ है। सवाल- तेजस्वी भी आई थीं, क्या बनाया था उस दिन? जवाब- क्या दिन था वो। उस दिन हमने ढोलक-वोलक कुछ बनाया था। उसके बाद कुछ हरा रंग का बनाया था, वही जूस वाली बात बता रहा हूं। मुझे लगता है उसी दिन भाई के अंदर वो नॉवेल्टी और कुछ नया करने की चीज़ दिखी थी। तेजस्वी के साथ मैं एकदम अलग इंसान हूं। सेट पर भी कुछ लोग जानते थे। जैसे अंकिता, विक्की, अली वगैरह जानते हैं कि मैं तेजू के साथ कैसा हूं, क्योंकि हम सब जानते हैं। अभिषेक और समर्थ ने भी देखा और कहा, ये भाई है कौन? आज जो भाई दिख रहा है, ये वो भाई ही नहीं है। तो मैंने कहा- हां भाई, मैं उसके साथ अलग हूं। सवाल- क्या आपने तेजस्वी के लिए कभी कुछ बनाया है? जवाब- नहीं, मैंने कुछ नहीं बनाया। दरअसल उसने मेरे लिए बहुत कुछ बनाया है। सवाल- आपको उनके हाथों का क्या पसंद है? जवाब- यार, वो हमेशा कुछ नया सोचती है। जैसे कभी सुबह उठकर कहती है, आज चीला बनाकर खिलाऊंगी। क्योंकि हमारे डॉग्स भी हैं, डाकू और मजनू। जब कभी फ्री डे होता है, तो वो और सोनू और हमारे पप्पीज सब किचन में ही होते हैं। मेरा ऐसा नहीं है कि मैं उठकर कुछ बनाऊं। मैं तो टीवी ऑन करके न्यूज देखता हूं। जैसे, बिटकॉइन कहां पहुंच गया, ट्रंप ने क्या कर दिया। और उसका ये होता है कि आज मैं ये ये बनाऊंगी। वो सच में इसे बहुत पसंद करती है। सवाल- अपने फैंस से क्या कहना चाहेंगे? जवाब- मैं बस ये कहना चाहता हूं कि ‘लाफ्टर शेफ’ के जो आगे के एपिसोड हैं, जो आप लोग अभी देखोगे, उनमें इतने सारे ट्विस्ट और टर्न्स हैं, और जादू जैसा कुछ हो रहा है। जो हमारा फिनाले है, जाहिर है वो पहले ही शूट हो चुका है। वो हमने सुबह 10 बजे से शुरू करके अगले दिन सुबह 6 बजे तक शूट किया था। इसलिए यह बहुत ही खास फिनाले है। मुझे लगता है कि आने वाले हफ्तों में आपको बहुत मजा आएगा। बहुत कुछ हुआ है, बहुत कुछ अलग हुआ है ‘लाफ्टर शेफ’ में, तो जरूर देखिएगा। सवाल- ओटीटी और फिल्मों में आपका अलग अवतार दिखता है, नए प्रोजेक्ट्स कब आ रहे हैं? जवाब- मुझे लगता है कि ‘लाफ्टर शेफ’ खत्म हुए बस एक हफ्ता ही हुआ है। मैं काफी समय दुबई में था। वहां से आने के बाद मैं बस चाहता था कि ‘लाफ्टर शेफ’ पूरा कर लूं। और जैसा मैंने कहा ना, मेरी एक खराब आदत है कि मैं तुरंत किसी प्रोजेक्ट पर कूदता नहीं हूं। मैं अपना समय लेता हूं। तो इस बार भी मेरा वही हाल है। मैं खुद समझना चाहता हूं कि मुझे क्या करना है। क्योंकि जब तक मुझे किसी चीज को लेकर जुनून नहीं होता, तब तक मैं उसमें अपनी एनर्जी नहीं डाल पाता। फिर वो एनर्जी आती ही नहीं है। वो अच्छा नहीं लगता। तो अभी मैं सोच रहा हूं और समझ रहा हूं। सवाल- हमेशा इतने फिट रहना, चेहरे पर वो नूर, वो चमक कैसे रहती है? जवाब- चेहरे पर नूर तो मेकअप से आता है (हंसते हुए)। मैं कहूंगा इन इंटरनेशनल फैड्स के पीछे मत भागो, जैसे डाइटिंग, वर्कआउट्स, इंटरमिटेंट फास्टिंग। हमारे वेदों में सब कुछ है, जो हमारे पेरेंट्स ने हमें सिखाया है। वही सबसे बेहतरीन है, और उसे ही आजमाओ। वो ज्यादा अच्छा है।

Leave a Reply