डॉ. सौम्या स्वामीनाथन केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में प्रमुख सलाहकार बनीं। प्रधानमंत्री मोदी 2 दिवसीय रूस दौरे पर ऑस्ट्रिया पहुंचे। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिला। आइए आज के ऐसे ही प्रमुख करेंट अफेयर्स पर नजर डालते हैं, जो सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए अहम हैं… अपॉइंटमेंट (APPOINTMENT)
1. डॉ. सौम्या स्वामीनाथन NTEP के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में प्रमुख सलाहकार बनीं: प्रोफेसर डॉ. सौम्या स्वामीनाथन को राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP) के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया गया। वे इस कार्यक्रम के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए समग्र रणनीति पर तकनीकी सलाह देंगी। अवार्ड (AWARD)
2. मोदी को रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिला : रूस ने मंगलवार, 9 जुलाई को मॉस्को में पीएम नरेंद्र मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ से नवाजा। ये सम्मान सबसे बेहतर काम करने वाले नागरिक या फिर सेना से जुड़े लोगों को दिया जाता है। इंटरनेशनल (INTERNATIONAL)
3. प्रधानमंत्री मोदी 2 दिवसीय दौरे पर ऑस्ट्रिया पहुंचे : प्रधानमंत्री मोदी 2 दिवसीय रूस दौरे के बाद मंगलवार, 9 जुलाई की देर रात को ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना पहुंचे। एयरपोर्ट पर उनका स्वागत गार्ड ऑफ ऑनर के साथ हुआ। आज यानी 10 जुलाई को दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर चर्चा होगी। मिसलीनियस (MISCELLANEOUS)
4. 16वें वित्त आयोग ने सलाहकार परिषद का गठन किया : 16वें वित्त आयोग ने मंगलवार, 9 जुलाई को 5 सदस्यों वाली सलाहकार परिषद का गठन किया। आयोग ने डॉ. पूनम गुप्ता को सलाहकार परिषद का संयोजक नियुक्त किया है। इसके अलावा डीके श्रीवास्तव, नीलकंठ मिश्रा, प्रांजुल भंडारी और राहुल बाजोरिया को सलाहकार परिषद का सदस्य बनाया गया है। स्पोर्ट्स (SPORTS)
5. गौतम गंभीर टीम इंडिया का मुख्य कोच बने : पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर को टीम इंडिया का मुख्य कोच बनाया गया है। BCCI सचिव जय शाह ने मंगलवार, 9 जुलाई को गंभीर के नाम का ऐलान किया। आज का इतिहास (TODAY’S HISTORY)
10 जुलाई का इतिहास : साल 1971 में आज के दिन लोक कवि भिखारी ठाकुर का निधन हुआ था। उनका जन्म 18 दिसंबर, 1887 को बिहार के सारण जिले में हुआ था। भिखारी ठाकुर अपनी बात समाज के सामने रखने में कभी नहीं डरे। उन्होंने समाज की हर कुरीतियों पर चोट किया। उनके नाटक इतने शानदार थे कि उन्हें भोजपुरी शेक्सपियर कहा जाता है। उन्होंने सौ साल पहले जातिवाद की पीड़ा को दिखाया था।

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