barish 12 july 25 1752296231 eqZIMq

बीकानेर पर मानसून मेहरबान हुआ तो राज्य की सर्वाधिक बारिश ही बीकानेर में कर दी। शुक्रवार को बीकानेर में 61 एमएम बारिश हुई जो प्रदेश में सबसे ज्यादा थी। वहीं शनिवार को भी बादलों की आवाजाही के बीच बारिश की उम्मीद की जा रही है। इस बीच बीकानेर के गांवों में हुई तेज बारिश ने किसानों के चेहरों पर रौनक ला दी है। मौसम विभाग ने देर रात जारी चेतावनी में बीकानेर में बारिश की संभावना जताई थी लेकिन सुबह की चेतावनी में बीकानेर का नाम नहीं था। हालांकि शहर पर बादलों का जमघट अभी बना हुआ है। सेटेलाइट इमेज में भी बीकानेर पर बादलों का डेरा साफ दिखाई दे रहा है। ऐसे में शनिवार को भी हल्की बारिश की उम्मीद की जा रही है। शुक्रवार को ग्रामीण क्षेत्रों में भी काफी बारिश हुई। नोखा, लूणकरनसर, श्रीडूंगरगढ़ के गांवों में अच्छी बारिश से किसान खुश है। फसल को इस समय पानी की जरूरत थी। अभी अगले कुछ दिन और बारिश की उम्मीद किसानों को है। खासकर असिंचित (बारानी) क्षेत्र में किसान बारिश के भरोसे ही फसल की बुवाई कर रहे हैं। पश्चिमी राजस्थान में जून-जुलाई के महीने में मुख्य रूप से खरीफ की फसलें उगाई जाती हैं। इन फसलों में बाजरा, मोठ, मूंग, ग्वार, और तिलहन शामिल हैं। असिंचित क्षेत्र का किसान इस फसल की बुवाई कर चुका है, ऐसे में अगले एक महीने तक अच्छी बारिश का दौर रहा तो बीकानेर से एक बार फिर बंपर फसल आ सकती है। ट्यूबवेल वाले क्षेत्रों में भी बारिश का असर देखने को मिल सकता है।

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