‘आखिरी बार फोन पर कहा था- मां मैं कश्मीर जा रहा हूं। वहां से घूमकर वापसी करूंगा। अब मैं मेरे बेटे को कहां से लाऊं?’ पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) आतंकी हमले में मारे गए जयपुर के नीरज उधवानी (33) की मां बेटे से हुई आखिरी बात को इसी तरह याद कर फूट-फूटकर रो रही हैं। बार-बार खुद से एक ही सवाल कर रही हैं- ‘अब वो कब आएगा?’ नीरज पत्नी आयुषी के साथ मंगलवार को पहलगाम की बैसरन घाटी में घूम रहे थे। इस दौरान आतंकियों ने नीरज को आयुषी की आंखों के सामने गोली मार दी। घटना के बाद से नीरज की मां सदमे में हैं। वे बार-बार बेटे की यादों में खो जाती हैं। भास्कर टीम उनके घर पहुंची और बात कर उस दर्द को जाना…. सोचा नहीं था, उसका आखिरी कॉल होगा
नीरज की मां ज्योति उधवानी से हमने बात की तो वे नीरज का जिक्र करते ही फूट-फूटकर रोने लगीं। बोलीं- 21 तारीख को उसका कॉल आया था। उसने फोन पर कहा था- “मां, मैं कश्मीर जा रहा हूं। फ्लाइट थोड़ी सी लेट है। वहां से घूमकर मंगलवार को दुबई लौट जाऊंगा।” नीरज की मां ज्योति ने उस वक्त सोचा भी नहीं था कि ये उसका आखिरी कॉल होगा। नीरज और आयुषी चंडीगढ़ में एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद वहां से कश्मीर गए थे। ‘फोन नहीं उठाती थी तो उसे चिंता हो जाती थी’ – मां की यादें
नीरज को याद करते हुए उनकी मां बताती हैं- वह दुबई में हो या दुनिया के किसी भी कोने में, दिन में कई बार मुझे फोन करता था। एक बार मैंने फोन नहीं उठाया तो चिंता में आ गया। जब मैंने कहा कि फोन खराब हो गया तो बोला- ‘मैं नया दिलाता हूं मां’। मैंने कहा- ‘बेटा, जब तू आएगा तब ले लेना।’ इतना कहते ही वे फूट-फूटकर रोने लगीं। खुद से बार-बार सवाल करने लगीं- ‘अब तू कब आएगा बेटा?’ मां से 12 घंटे तक छुपाए रखी मौत की खबर
परिवार को ढाढ़स बंधाने पहुंची नीरज की बुआ ने बताया कि आयुषी ने सबसे पहले इस हमले की सूचना अपने जेठ (नीरज के बड़े भाई) किशोर उधवानी को दी। जैसे ही खबर मिली, वे तुरंत कश्मीर के लिए रवाना हो गए। उस वक्त नीरज की मां अपने भाई के घर गई हुई थीं। मंगलवार को इस घटना की खबर परिवार ने उनकी मां से छुपाए रखी। नीरज की बुआ ने बताया- परिवार को भी रात 10 बजे मौत की खबर कन्फर्म हुई। सबसे पहले किशोर का मेरे पास फोन आया था। उन्होंने कहा कि नीरज पर अटैक हुआ है। ये सुनकर पूरा परिवार हिल गया। हम सब एक-एक करके नीरज के घर पहुंचने लगे, लेकिन उस वक्त तक उसकी मां को कुछ पता नहीं था। जब सब लोग आ गए, तब हम सबने मिलकर हिम्मत की और मां को बताया कि मोनू (नीरज) अब नहीं रहा। शादी समारोह से अचानक बना घूमने का प्लान
नीरज दुबई में सीए थे। वहां से किसी की शादी अटेंड करने पत्नी के साथ शिमला गए थे। शिमला में शादी अटेंड करने के दौरान ही कश्मीर घूमने का प्लान बना था। मां ज्योति के पास मंगलवार को बेटे का फोन नहीं आया। उन्होंने समझा शायद बेटा दुबई लौटने के दौरान फ्लाइट में होगा। लेकिन, जब बताया गया कि “वह अब इस दुनिया में नहीं है”, तो मां बेहोश हो गईं। इंस्टाग्राम पर हुई थी मुलाकात, फरवरी 2023 में की थी लव मैरिज
नीरज और आयुषी की पहली मुलाकात इंस्टाग्राम पर हुई थी। बातचीत दोस्ती में बदली, फिर प्यार में और आखिरकार दोनों ने फरवरी 2023 में परिवार की सहमति से लव मैरिज की। पुष्कर के एक रिसॉर्ट में धूमधाम से सारे फंक्शन हुए थे। दोनों को घूमने का शौक था और अक्सर अलग-अलग जगहों पर ट्रैवल करते थे। यही कारण था कि शिमला में शादी अटेंड कर कश्मीर का अचानक टूर बना लिया था। ‘हमारी बहू के सामने ही हमारा बेटा चला गया…”
नीरज की बुआ ने बताया कि नीरज और आयुषी की डेस्टिनेशन वेडिंग हुई थी। पूरा परिवार बहुत खुश था क्योंकि ऐसी शादी परिवार में पहली बार हुई थी। हमें क्या पता था कि हमारी बहू के सामने ही हमारा बेटा हम सबको छोड़कर चला जाएगा। हमें ये भी समझ नहीं आ रहा कि आयुषी को कैसे संभालें, उसने अपनी आंखों के सामने अपने पति को गोली लगते देखा होगा। पिता की 10 साल पहले हो चुकी मौत
नीरज के पिता प्रदीप उधवानी का 10 साल पहले निधन हो चुका है। बड़े भाई किशोर उधवानी और उनकी पत्नी इनकम टैक्स इंस्पेक्टर हैं। नीरज के चाचा दिनेश उधवानी ने बताया- दुबई में नीरज जॉब करता था। वह सीए था। तीन महीने पहले मकर संक्रांति पर छुट्टियों में जयपुर आया था। नीरज की मां बोलीं- आतंकवादियों को ऑन द स्पॉट मारो
इससे पहले नीरज की मां ज्योति ने मीडिया से बातचीत में कहा- सरकार यदि मेरे बच्चे को इंसाफ दिलाना चाहती है तो इन आतंकवादियों को सभी के सामने ऑन द स्पॉट मारे। ताकि कभी किसी मां की कोख सूनी न हो। मेरे बच्चे ने कभी मच्छर तक नहीं मारा, लेकिन उसकी ऐसी निर्मम हत्या की गई। भगवान उन्हें कभी माफ नहीं करेगा। मेरा दर्द तब तक खत्म नहीं होगा, जब तक ये आतंकवादी मारे नहीं जाएंगे। कल दोपहर हुआ था हमला
मंगलवार दोपहर पहलगाम के बैसरन घाटी में बड़ी तादाद में पर्यटक मौजूद थे। इसी दौरान आतंकवादियों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इसमें 27 लोगों की मौत हो गई। 20 से ज्यादा घायल हैं। मृतकों में जयपुर (राजस्थान), UP, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक शामिल हैं। नेपाल व UAE के एक-एक टूरिस्ट और 2 स्थानीय लोग भी मारे गए हैं। जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा अटैक के बाद ये सबसे बड़ा हमला है। पुलवामा में CRPF के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था, इसमें 40 जवान शहीद हुए थे। इसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। ………. यह खबर भी पढ़ें… पहलगाम आतंकी हमले में जयपुर के सीए की मौत:UAE में जॉब करते थे, पत्नी ने कश्मीर से फोन पर कहा- नीरज को गोली लग गई है जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में जयपुर का युवक भी मारा गया। आज (बुधवार) रात तक उसका शव जयपुर लाया जाएगा। अंतिम संस्कार गुरुवार सुबह नौ बजे किया जाएगा…(CLICK कर पढ़ें)
