कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉ. किरोड़ी मीणा की तारीफ में कहा कि वे स्पष्टवादी नेता हैं। वे साफ बोलते हैं, चाहे उनका खुद को नुकसान ही क्यों न हो जाए। पार्टी व संगठन से भी ऊपर जाकर सही बात बोलने से नहीं चूकते हैं। दूसरी तरफ राजस्थान में 6 महीने में बीजेपी सरकार में शासन व प्रशासन फेल हो गया है। यह बात पूर्व मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को अलवर में अपने आवास फूल बाग पर मीडिया के सामने कही। पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा- बीजेपी सरकार बनने के तुरंत बाद से सरकार में अहंकार आ गया। गंगानगर में एक नेता को विधायक के चुनाव से पहले मंत्री बना दिया था लेकिन जनता ने उनको हरा दिया। कांग्रेस सरकार में स्कीम थी। राज व प्रशासन था। वो सब खत्म हो गया। अब देखिए पानी से बुरे हाल हैं। पहले पानी की किल्लत से लोग सड़कों पर थे। जनता से किया गया एक वादा पूरा नहीं किया। इस सरकार को बनाने के बाद जनता खुद दुखी है। अलवर शहर की हालत सुधारने के लिए अफसर व नेता इंदौर गए हैं? इंदौर जाकर देखने से कुछ नहीं होगा। काम करने से होता है। ये 20 साल से नगर निगम में बीजेपी का बोर्ड रहा है। बातें बहुत है। फोटो खींचवा कर आ जाएं। इसके बाद देख लेंगे अलवर में कितना काम होता है। डॉ. किरोड़ी मीणा ने कहा था कि अब राजनीति में भ्रष्टाचार आ गया है? आप क्या कहेंगे? डॉ. किरोड़ीलाल मीना एक स्पष्टवादी व्यक्ति हैं। वे पार्टी, संगठन से बहुत ऊंचे उठकर बात करते हैं। मतलब वे हकीकत बोल देते हैं चाहे उसका उनको नुकसान ही क्यों न हो। वो कह रहे हैं कि राजनीति में भ्रष्टाचार अधिक आ गया है। यह सही महसूस हो रहा होगा। अलवर सरस डेयरी चेयरमैन को बचाने में आपका नाम भी आया है? इसकी मुझे जानकारी नहीं है। अब राज बीजेपी का है। सब अधिकारी उनके हैं। जो कार्यवाही है करो। हमारे ऊपर क्यों डालते हैं। जिला प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर क्या कहना है मुझे मालूम नहीं है कि तारीख दी है या नहीं लेकिन तारीख देनी चाहिए। राहुल गांधी ने हिंदुओं को लेकर जो बयान दिया उसको लेकर क्या कहेंगे? राहुल गांधी ने देश की भावना के बारे में बोला है। जो देश के लोग सोचते हैं वो बोला है। एक तरह से गरीब व मजदूरों की बात को रखा है। आमजन ने उसको सराहा है। हर चीज को राजनीति व धर्म से नहीं जोड़ा जाता है। बजट में अलवर को क्या मिलना चाहिए? कांग्रेस की सरकार में अलवर का नाम बजट में 15 से 20 बार आता था। अब देखतें हैं बीजेपी की सरकार में क्या आता है। राजस्थान के बड़े संभागाें के बराबर अलवर का नाम आता था।