कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय का शुक्रवार को 60वां स्थापना दिवस मनाया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने इस अवसर पर महाविद्यालय के संस्थापकों को याद किया और उनके अमूल्य योगदान को रेखांकित किया। प्राचार्य ने सभी को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान समय में छात्राओं को सही-गलत की समझ विकसित करने और सजग रहने की आवश्यकता है। निदेशक डॉ. रश्मि चतुर्वेदी ने अपने उद्बोधन में छात्राओं से कहा कि आप अपना दृष्टिकोण विकसित करें और लगन के साथ अपना लक्ष्य प्राप्त करें। कार्यक्रम में 1982 के बैच की महाविद्यालय की पूर्व छात्रा, मुंबई की लीबोर्ड फाइनेंस लिमिटेड कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. वंदना डांगी ने छात्राओं से अपने छात्र जीवन के अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन का ज्ञान आपको सशक्त बनाता है और आप सशक्त बनकर अपने जीवन को सही दिशा दे सकते हैं। डॉ. डांगी ने कहा कि इसमें शिक्षण संस्था की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। महाविद्यालय की 2002 बैच की पूर्व छात्रा पूर्णिमा यूनिवर्सिटी से प्रो. आरती चितकारिया ने भी अपने अनुभव साझा किए और कहा कि विद्यार्थी जीवन का अनुशासन ही हमें जीवन में सफल बनाता है। कार्यक्रम के अंर्तगत छात्राओं को महाविद्यालय के स्वर्णिम इतिहास की झलकियां दिखाई गई। महिला शिक्षा और महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में महाविद्यालय की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया गया। अंत में उप प्राचार्य डॉ. मनीषा माथुर ने आभार प्रकट करते हुए महाविद्यालय की पूर्व छात्रा के रूप में अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि यह महाविद्यालय आपके सपनों को पंख देता है। इस आयोजन में महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव विमल भाटिया, उप प्राचार्य डॉ. सुनीता माथुर, डॉ. रंजुला जैन, डॉ. रंजना अग्रवाल सहित सभी प्राध्यापिकाएं और लगभग 500 छात्राएं उपस्थित रहीं। डॉ. शीताभ शर्मा और ऋषिता शर्मा ने कार्यक्रम संचालन किया। कालबेलिया नृत्य, संगीत प्रस्तुति और शैक्षणिक व अशैक्षणिक कर्मचारियों के साथ मिलकर केक भी काटा गया।