काम के दबाव से परेशान अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी (AAO) ने सुसाइड करने का प्रयास किया। उन्होंने स्कूल के बरामदे में पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगा ली। महिला सफाईकर्मी ने उन्हें आग की लपटों से घिरा देखा तो चिल्लाकर स्टाफ को सूचना दी। इसके बाद स्टाफ के लोगों ने ही उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें अजमेर रेफर कर दिया गया है। यहां उनका इलाज जारी है। आग लगने से उनकी चमड़ी उधड़ गई। अजमेर के JLN अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। मामला डीडवाना-कुचामन जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल, मकराना का सोमवार सुबह 8 बजे का है। जानकारी के अनुसार, रामावतार शर्मा (58) स्कूल में AAO के पद पर कार्यरत हैं। विभागीय जानकारी अपडेट करने और काम के दबाव के चलते उन्होंने खुद को आग लगाकर सुसाइड का प्रयास किया। प्लास्टिक की बोतल में लाए थे पेट्रोल जानकारी के अनुसार, एएओ रामावतार स्कूल पहुंचे, उस समय उनके पास एक प्लास्टिक की बोतल में पेट्रोल था। रामावतार ने स्कूल परिसर में खुद पर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा ली। उस समय स्कूल में साफ-सफाई कर रही महिला सफाईकर्मी कर्मचारी ने उन्हें आग की लपटों में घिरा देखा। वह चिल्लाते हुए बाहर भागी और आसपास के लोगों को सूचित किया। स्थानीय लोगों ने तुरंत रामावतार को बाइक पर सरकारी उप जिला अस्पताल पहुंचाया। उप जिला अस्पताल में डॉ. जावेद आलम ने रामावतार का प्राथमिक उपचार किया। लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें अजमेर के रेफर कर दिया गया। बोले- मानसिक परेशान था सूचना मिलते ही मकराना थाना पुलिस मौके पर पहुंची और रामावतार से घटना के बारे में पूछताछ की। घायल रामावतार ने बताया कि वह काम के दबाव में थे। साथ ही वे मानसिक परेशान भी थे। स्कूल के प्रिंसिपल डीपी व्यास ने विभागीय जानकारी अपडेट नहीं करने पर ऊपर से नोटिस आने की बात भी कही थी। ऐसे में, उन्होंने सुसाइड का प्रयास किया। घटना की सूचना मिलते ही रामावतार के परिजन अस्पताल पहुंचे और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। पुलिस अपने स्तर पर जानकारी जुटा रही फिलहाल इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है। मकराना पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और घटना के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। स्थानीय लोगों और स्कूल कर्मचारियों से भी जानकारी ली जा रही है, ताकि घटना के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके।