शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए सिटी स्टेशन से बंशी पान तक बनाए जा रहे एलिवेटेड रोड का काम उदियापोल चौराहे तक आने से पहले ही थम गया है। यह काम सूरजपोल चौराहे तक होना था।इसके बाद आगे बढ़ना था। अब उदियापोल से सूरजपोल तक का करीब एक-डेढ़ किमी के हिस्सा को सीधे टाउनहॉल रोड से काम शुरू किया जाएगा। यह दो दिन में प्रारंभ होगा। इसके लिए सूरजपोल चौराहे से करीब 500 मीटर आगे एचपी पेट्रोल पंप के सामने स्थित रोड के बीच मंगलवार शाम को बेरिकेडिंग लगाना शुरू कर दिया गया। सूरजपोल से देहलीगेट के बीच 30 पिलर खड़े होंगे। अभी पेट्रोल पंप से शक्तिनगर मोड़ तक 21 पिलरों के फाउंडेशन का काम होगा। ये पिलर जमीन के 7 मीटर अंदर और 17 फीट ऊपर होंगे। रेलवे स्टेशन से उदियापोल चौराहे से पहले तक 14 पिलरों का फाउंडेशन बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन इस चौराहे तक पहुंचने में 5 पिलरों का फाउंडेशन बाकी रह गया। चौराहे के आसपास की जमीन के नीचे मिट्टी ज्यादा है। चट्टानें 15-20 मीटर नीचे हैं। चौराहे से पहले तक पिलर 3 मीटर गहराई में थे। अब ये ज्यादा गहराई में जाएंगे। फाउंडेशन के ढांचे के डिजाइन में बदलाव होगा। इसके अप्रूव होने के बाद यहां काम शुरू किया जाएगा। ये फाउंडेशन एलिवेटेड के पीयर यानी पिलरों को सहारा देने का काम करेंगे। एलिवेटेड और ऊपर चलने वाले वाहनों के भार को जमीन के अंदर चट्टानों तक ट्रांसफर करेंगे। इसी माह टीयर केप डलने थे, ये भी अटके
उदियापोल चौराहे तक पिलरों के फाउंडेशन तैयार होने के बाद जुलाई में ही इन पर टीयर केप डालने का काम शुरू होना था। इसके बाद अगस्त से बीम कास्टिंग होनी थी, लेकिन इस चौराहे तक 5 पिलर बाकी रहने से काम अटक गया है। एलिवेटड की चौड़ाई 12 मीटर रहेगी। शुरुआती चढ़ाई और उतरने वाले हिस्से के अलावा बाकी पिलर 17 फीट ऊंचे होंगे। अगले साल के अंत तक बनने पर अब संशय
एलिवेटेड रोड रेलवे स्टेशन से बंशी पान तक दो साल में यानी दिसंबर 2026 तक बनकर तैयार किया जाना है। 2.7 किमी लंबा मार्ग में 17-17 फीट के 116 पिलर लगेंगे। रोड की चौड़ाई 12 मीटर होगी और एक हिस्सा एमबी हॉस्पिटल रोड पर उतारा जाएगा। अब मिट्टी की बाधा आने से काम के समय पर पूरा होने पर संशय के बादल गहरा गए हैं। सूरजपोल, कल्याण ज्वेलर्स के सामने और देहलीगेट पर 90 डिग्री के कर्व भी रहेंगे। जाम हटाने को बना रहे, अभी तो जाम लग रहा
उदियापोल से कलेक्टर आवास मार्ग पर अभी करीब 69 हजार 268 वाहनों का रोज दबाव रहता है। 2025 तक यह 80 हजार और 2030 तक 1♠.14 लाख तक पहुंचने की संभावना है। अभी सिटी रेलवे स्टेशन से कोर्ट चौराहे तक जाम की स्थिति रहती है। इससे निजात के लिए यह बनाई जा रही है। अभी काम के कारण जाम लग रहा है। लागत 136.89 करोड़ आएगी।
