किआ इंडिया ने तकनीकी खराबी आने के कारण इलेक्ट्रिक एसयूवी EV6 की 1,138 यूनिट्स को वापस बुलाया है। साउथ कोरियन कंपनी के इस रिकॉल में 3 मार्च 2022 से 14 अप्रैल 2023 के बीच बनाई गई EV6 के मॉडल्स शामिल हैं। किआ ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में इसकी जानकारी दी है। इसके बाद कंपनी को 1,744 गाड़ियों को रिकॉल करना पड़ा था। EV6 को भारतीय बाजार में मई 2022 में उतारा गया था। EV6 की भारत में एक्स-शोरूम कीमत ₹60.97-₹65.97 लाख के बीच है और इसमें 72.6 kWh का बैटरी पैक है जो फुल चार्ज पर ARAI से सर्टिफाइड 708 किलोमीटर की रेंज देता है। आईसीसीयू क्या है?
कार में इंटीग्रेटेड चार्जिंग कंट्रोल यूनिट (ICCU) एक कंट्रोलर के रूप में काम करता है, जो मेन बैटरी पैक के हाई वोल्टेज को कम करके 12वॉट की सेकेंडरी बैटरी को चार्ज करता है। इस बैटरी से कार के इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट जैसे- क्लाइमेट कंट्रोल, इंफोटेनमेंट सिस्टम, स्पीकर, लाइट और इंजन स्टार्ट/स्टॉप स्विच आदि को पावर मिलती है। ICU व्हीकल-टू-लोड (V2L) फंक्शन के जरिए कार से जुड़े दूसरे डिवाइसेस को भी पावर सप्लाई करता है। ICCU में खराबी के कारण 12वॉट की बैटरी डिस्चार्ज हो सकती है। इस यूनिट में खराबी आने से ड्राइविंग के दौरान अचानक पावर की कमी हो सकती है, जिससे हादसा हो सकता है। इससे पहले हुंडई आयोनिक 5 में भी यही समस्या सामने आई थी। कस्टमर से नहीं लिया जाएगा कोई चार्ज
किआ ने बताया कि, ‘वह ऑफिशियल वर्कशॉप से फोन और SMS के जरिए इंडिविजुअल तौर पर कस्टमर्स से संपर्क कर रही है। प्रभावित ग्राहक अपॉइंटमेंट शेड्यूल करने के लिए डीलरशिप से संपर्क कर सकते हैं या किआ के कॉल सेंटर 1800-108-5000 (टोल-फ्री) पर कॉल कर सकते हैं। कार में टेस्टिंग के बाद डिफेक्ट सही किया जाएगा। वाहन मालिकों को खराब पार्ट को बदलने की जानकारी दी जाएगी। डिफेक्ट सुधारने या पार्ट्स बदलने के लिए कस्टमर से किसी भी तरह का चार्ज नहीं लिया जाएगा। देश में गाड़ी रिकॉल के बड़े मामले रिकॉल क्या है और क्यों होता है?
जब कोई कंपनी अपने बेचे गए प्रोडक्ट को वापस मंगाती है, तो इसे रिकॉल कहते हैं। किसी कंपनी के द्वारा रिकॉल का फैसला उस वक्त लिया जाता है जब उसके प्रोडक्ट में कोई खराबी होती है। रिकॉल की प्रोसेस के दौरान वो प्रोडक्ट की खराबी को दुरुस्त करना चाहती है। ताकि भविष्य में प्रोडक्ट को लेकर ग्राहक को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। कंपनी के रिकॉल पर एक्सपर्ट की सलाह
कार एक्सपर्ट और यूट्यूबर, अमित खरे ने बताया कि कार में खराबी को लेकर यदि कंपनी रिकॉल का फैसला करती है तो उसका फायदा ग्राहकों को ही होता है। कंपनी को इसके लिए पहले सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (SIAM) को एक डेटा देना पड़ता है। जिसमें कार की खराबी के साथ कितने प्रतिशत लोगों को प्रॉब्लम हो रही है, बताना पड़ता है। जिसके बाद सियाम अप्रूवल देता है। कंपनी खराबी को ठीक करने के लिए एक टाइम तय करती है। यदि किसी ग्राहक की गाड़ी उसके खरीदे गए शहर से बाहर है तब वो दूसरे शहर के निकटतम सर्विस सेंटर पर भी उसे ठीक करा सकता है। ये भी पढ़ें
हुंडई ने आयोनिक 5 की 17,000 गाड़ियां वापस बुलाईं:बैटरी की कंट्रोल यूनिट में खराबी के कारण रिकॉल किया, फ्री में पार्ट्स बदलेगी कंपनी हुंडई इंडिया ने तकनीकी खराबी आने के कारण इलेक्ट्रिक SUV आयोनिक 5 की 1,744 यूनिट्स को वापस बुलाया है। साउथ कोरियन कंपनी के इस रिकॉल में 21 जुलाई 2022 से 30 अप्रैल 2024 के बीच बनाई गई आयोनिक 5 के मॉडल्स शामिल हैं। हुंडई ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में इसकी जानकारी दी है। हुंडई आयोनिक 5 को भारत के इलेक्ट्रिक कार बाजार में जनवरी 2023 में उतारा गया था। इसे यहां असेंबल करके बेचा जाता है। आयनिक 5 की भारत में एक्स-शोरूम कीमत 45.95 लाख रुपए है और इसमें 72.6 kWh का बैटरी पैक है जो फुल चार्ज पर ARAI से सर्टिफा 631 किलोमीटर की रेंज देता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
