राजस्थान सरकार में मंत्री डॉ.किरोड़ी लाल मीणा आज डीजीपी राजस्थान से उनके आवास पर मिले। इस दौरान मीणा के साथ सीएम रूट लाइन में ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले एएसआई सुरेन्द्र कुमार की पत्नी भी थी। सुरेन्द्र कुमार की पत्नी ने डीजीपी को बताया- 11 दिसम्बर को उनके पति सुरेन्द्र कुमार की दर्दनाक मौत ड्यूटी के दौरान हुई। उस दौरान सरकार और प्रशासन ने उनसे कई वादे किए, लेकिन आज तक एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। किरोड़ीलाल मीणा ने इस संबंध में एक पत्र मुख्यमंत्री के नाम भी लिखा है। मीणा ने पत्र में लिखा है कि सविता कुमारी ओला पत्नी स्व. सुरेन्द्र कुमार ने मुझे ज्ञापन देकर अपनी पीड़ा बताई है कि उसके पति सुरेन्द्र कुमार की 11 दिसंबर 2024 को ड्यूटी के दौरान सीएम काफिले में मौत हो गई थी। इसे पुलिस ने अपनी जांच में हत्या माना था। सुरेन्द्र कुमार ने अपनी जान की परवाह किए बगैर अपनी ड्युटी पर कर्त्तव्य का बेमिसाल परिचय दिया था। किरोड़ी ने लिखा- मृतक की पत्नी को कोई सहायता नहीं दी गई इस घटना के बाद राज्य सरकार के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने सविता और उसके परिवार को हर प्रकार का सहयोग देने का आश्वासन दिया था। काफी लम्बा समय गुजर जाने के बाद भी सुरेन्द्र कुमार की पत्नि सविता को सरकार की तरफ से अभी तक कोई सहायता नहीं दी गई। जो गम्भीर चिंता का विषय है। आप स्वयं भी सविता कुमारी ओला और उनके परिजनों से गांव काठ का माजरा तहसील नीमराणा जिला कोटपूतली-बहरोड जाकर मिलकर आये थे। उस समय आपको परिजनों और गांव वालों ने एक ज्ञापन दिया था। एक करोड़ रुपए दिया जाता है आपकी जानकारी हेतु यह उल्लेख करना आवश्यक है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार द्वारा रक्षाकर्मियों / अर्द्ध सैनिक बलों के साथ-साथ दिल्ली पुलिस के कार्मिकों व होमगार्ड / नागरिक सुरक्षा स्वयं सेवकों को ड्युटी पर तैनाती के दौरान मृत्यु हो जाने पर करीबन एक करोड़ रुपए दिया जाता है। मेरा निवेदन है कि सविता कुमारी को अपना गरिमापूर्ण जीवन यापन करने के लिए एनसीटी दिल्ली की तर्ज पर विशेष पैकेज दिया जाना न्यायोचित होगा।