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दौसा के रलावता गांव में शुक्रवार को हुए किसान सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने किरोड़ी लाल मीणा, राजस्थान राइजिंग समेत कई मुद्दों पर बात की। उन्होंने मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पर तंज कसते हुए कहा- उन्हें काम नहीं करना तो अपनी दुकान बंद कर लें। राइजिंग राजस्थान को लेकर कहा- घोषणा के बाद भी निवेश नहीं आ रहा है, यह शर्मनाक है। पायलट आज दोपहर 2 बजे दौसा जिला मुख्यालय के पास रलावता गांव पहुंचे थे। उन्होंने किसान सम्मेलन को संबोधित किया। सम्मेलन को संबोधित करने से पहले उन्होंने रलावता में अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. राजेश पायलट की मूर्ति का अनावरण किया। कहा- पिता के फौजी होने पर मुझे गर्व है। सचिन पायलट के भाषण की 7 प्रमुख बातें… 1. दुकान बंद कर लें किरोड़ी लाल मीणा पायलट ने कहा- प्रदेश में सरकार को डेढ़ साल का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। क्या उपलब्धियां हैं? कौन मंत्री है या नहीं है, जिनको (किरोड़ी) जिम्मेदारी दी है, उनको निर्वहन करना चाहिए। जनता ने मौका दिया है, चाहे पूरा नहीं तो आधा ही दिया हो, लेकिन काम करना चाहिए। यदि काम नहीं कर पाए तो दुकान बंद कर देनी चाहिए। यह भी करना है, वह भी करना है। आधे मन से काम नहीं हो सकते। अगर जन सेवा करने का मौका मिले तो प्रत्येक राजनीतिक दल को पूरे समर्पण भाव के साथ काम करना चाहिए। 2. राइजिंग राजस्थान के लिए निवेश नहीं आ रहा पायलट ने कहा- दिल्ली में नेताओं को खुश करने के लिए राइजिंग राजस्थान में 35 लाख करोड़ के एमओयू साइन किए गए। अब घोषणा के बाद निवेश आ नहीं आ रहा है। यह राजस्थान की जनता के लिए शर्मनाक बात है कि सरकार का कोई फोन उठा नहीं रहा है। कोई व्यक्ति एमओयू को लेकर सामने नहीं आया। विपक्ष के लोगों को बेवजह टारगेट किया जा रहा है। यह सरकार को शोभा नहीं देता। पुलिस-प्रशासन और सरकारी तंत्र पर सरकार की नहीं चल रही। इससे बहुत बड़ी समस्या पैदा हो सकती है। 3. किसान के लिए फसल खरीद कानून बने, युवाओं को मिले नौकरी पायलट बोले- इस इलाके में इस बार बहुत अच्छी बारिश और फसल हुई है। किसानों के साथ ऊपर वाला तो न्याय कर रहा है, लेकिन सरकार में बैठे लोग फसल खरीद पर न्याय नहीं कर रहे। फसल खरीद पर कानून बनाने की बात कही तो केंद्र और राज्य सरकार चुप हो गई। फौजियों के मुद्दे पर सरकार चुप है, युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए साधन उपलब्ध कराने पड़ेंगे, लेकिन सरकार सिर्फ घोषणाएं कर रही है। जो लोग सत्ता में बैठे हैं उनको भी सोचना पड़ेगा कि धर्म, मंदिर-मस्जिद और हिंदू-मुसलमान के नाम पर सत्ता हथियाते रहोगे। जब किसान और नौजवान हताश हो जाएगा तो वह जवाब मांगेगा, समय रहते सरकार को सार्थक कदम उठाने चाहिएं। 4. परिसीमन में सिकराय कहां होगा, पता नहीं पायलट ने कहा- संगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया अपने भाषण में कह रहे थे कि टिकट मांगते-मांगते नौजवानों के घुटने ढीले हो जाते हैं। अभी ये विपक्ष की राजनीति करते हुए सरकार के घुटने ढीले कर रहे हैं। यह क्षेत्र पहले दौसा विधानसभा क्षेत्र में और बाद में सिकराय में शामिल हुआ। आने वाले दिनों में परिसीमन के बाद कहां होगा, इसका कोई पता नहीं है। यहां के सर्व समाज के लोगों ने हमेशा एकजुटता की पहल करते हैं। एक-दूसरे को मान सम्मान देते हैं। मजबूरी में कोई साथ रहे वह अलग बात है, लेकिन सबका सम्मान करते हुए आगे बढ़ने का उदाहरण दौसा जिले में स्थापित किया है। यहां के लोगों ने अच्छे-बुरे समय में एक-दूसरे का साथ दिया। पिछले 40- 45 साल में जो आशीर्वाद मुझे दिया उसका मैं हमेशा कायल रहूंगा। 5. पेपरलीक के दोषियों को नहीं पकड़ पा रहे पायलट ने कहा- सरकार लगातार दावा कर रही है कि हम पेपर लीक के बड़े मगरमच्छों को पकड़ेंगे। सभी एजेंसी होने के बावजूद दोषियों को पकड़ नहीं आ पा रहे हैं। सरकार के ऊपर सवाल उठ रहे हैं। उनके पास जरूर कुछ छिपाने के लिए होगा, उसकी मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। 6. सत्ता में रहें या विपक्ष में, जनता का मन जीतना पड़ेगा पायलट ने कहा- राजनीति में कभी अपना लक्ष्य नहीं बदलना चाहिए। जब हम सत्ता में होते हैं तो संसाधन ज्यादा होते हैं, अधिकारी और सरकारी मशीनरी से विकास के काम आसानी से करवाए जा सकते हैं, विपक्ष में होते हैं तो सरकार को आइना दिखाना होता है। जिसका मन, विचार और सोच बड़ी होती है वह बड़े पद पर अपने आप पहुंचेगा। जिसकी सोच संकीर्ण है, जो कुछ पाने के लिए राजनीति करते हैं, वे लोग बहुत लंबा नहीं चल सकते। हम सत्ता में रहें या विपक्ष में, अपने कामों से जनता का मन जीतना ही पड़ेगा। 7. पिता के राजनेता से ज्यादा फौजी होने पर गर्व पायलट ने कहा- मेरे पिता राजेश पायलट राजनीति में आने से पहले फौज में थे। 1971 की जंग में पाकिस्तान के दांत खट्टे किए। मुझे उनके राजनेता होने से ज्यादा फौजी होने पर गर्व है। फौजियों के मन में जो होता है, वही जुबां पर बोलते हैं, लेकिन राजनीति में बिल्कुल इसका उल्टा होता है। मन में क्या है, ये जुबान पर आना ही नहीं चाहिए। परिवार से जो संस्कार मिलते हैं, वही सबसे बड़ी पूंजी होती है। अलग-अलग अवसर आते रहते हैं लेकिन जनता के बीच रहना, उनके सुख-दुख में भागीदार बनना, हर समय जनता का ध्यान अपने जेहन में रखना, यही काम स्वर्गीय राजेश पायलट ने अपने जीवन में किया ये भी पढ़ें-
पायलट बोले-किरोड़ीलाल मंत्री हैं या नहीं, किसी को पता नहीं:न उन्हें काम दिया जा रहा, न हटाया जा रहा; सरकार का कन्फ्यूजन वाला मैसेज पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा- डॉ. किरोड़ीलाल मीणा मंत्री हैं या नहीं, किसी को पता ही नहीं है। न तो उनको रखा जा रहा है, न उनको हटाया जा रहा है। न उनको काम दिया जा रहा और न उनसे काम करवाया जा रहा, लेकिन फिर भी वह मंत्री हैं। ये जो असमंजस है, वह किसलिए है? क्या मजबूरियां हैं? पूरी खबर पढ़िए

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