कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि प्रशासन के अधिकारी हेल्पलेस हैं। वे दबाव में होने के कारण भू-माफिया पर एक्शन नहीं ले पा रहे हैं। किरोड़ी ने कहा- मंदिर की जमीन पर कब्जा करना तो कुकर्म जैसा है। गलत काम करने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा। मंत्री गुरुवार दोपहर अलवर UIT सचिव स्नेहल नाना के चैंबर में पहुंचे थे। सचिव नहीं मिली तो उन्होंने अधिकारियों की मीटिंग लेकर अवैध कब्जों पर जानकारी ली। किरोड़ी ने मीडिया से कहा- मीटिंग में बातचीत के दौरान पता चला कि वे (अधिकारी) हेल्पलेस हैं। लेकिन, अधिकारी अच्छे हैं। एक दिन पहले ही बड़ा अतिक्रमण हटाया है। उन्होंने कहा- भूमाफिया बेखौफ हैं। कई जगह कब्जे करके बैठ गए हैं। लेकिन, अब माफिया से डरने की जरूरत नहीं है। मैं जनता के साथ खड़ा हूं। जिन जगहों पर अतिक्रमण है, उसे हटाया जाना चाहिए। सब पर बराबर कार्रवाई होनी चाहिए। इस मामले में सरकार के स्तर पर भी बातचीत की जाएगी। अधिकारियों से अवैध कब्जों की जानकारी ली
किरोड़ीलाल मीणा ने अधिकारियों से पूछा कि भू-माफिया कितनी जगह सरकारी जमीनों पर कब्जा किए बैठे हैं। कहां कितना विकास हुआ है? अतिक्रमण के मामले क्यों दबा दिए जाते हैं? इस दौरान उन्होंने बड़े बिल्डरों के अवैध कब्जों की जानकारी ली। खुद की ओर से भेजी गई शिकायतों पर लिए गए एक्शन की जानकारी भी ली। बता दें कि एक दिन पहले अलवर यूआईटी ने केसरपुर में करीब 25 बीघा जमीन से अतिक्रमण हटाया है। जिसकी किरोड़ीलाल मीणा ने शिकायत की थी। गलत काम किए तो कार्रवाई होगी
अलवर के एक बड़े बिल्डर की शिकायत पर किरोड़ी ने कहा कि मुख्य सचिव को शिकायत की थी। चाहे कोई कितना ही बड़ा हो, गलत काम किए हैं तो सवाल किए जाएंगे। नियम के अनुसार कार्रवाई भी होगी। इसके बाद किरोड़ी सिलीसेढ़ की ओर वेटलैंड में बने होटलों और अन्य कब्जों को देखने पहुंचे। ………………….. डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के अलवर दौरे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… किरोड़ी बोले-फोन टैप की स्पीड से ज्यादा तेज दौड़ता हूं:मेरे लिए कोई लक्ष्मण रेखा नहीं कि कूद नहीं सकता; हमारे कुछ छुटभैये काली कमाई कर रहे कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा- मैं फोन टैप की स्पीड से ज्यादा तेज दौड़ता हूं। मैंने तय कर लिया है कि मेवात और नॉन मेवात में घूमकर असलियत पता लगाऊंगा। सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं हो सकता। किरोड़ी ने कहा- मैं हमेशा अपनी बात सरकार तक पहुंचाता रहा हूं और आगे भी ऐसा करूंगा। मेरे लिए कोई लक्ष्मण रेखा नहीं है। पिछले राज के और कुछ हमारे छुटभैये गोरखधंधा (काली कमाई) कर रहे हैं। जिससे अलवर शहर त्रस्त है। (पढ़ें पूरी खबर)
