झालावाड़ के अकतासा गांव में आईटीसी मिशन सुनहरा कल परियोजना के तहत किसान खेत दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 68 किसानों ने हिस्सा लिया। कृषि विशेषज्ञ सत्यनारायण पाटीदार ने किसानों को जलवायु स्मार्ट खेती की जानकारी दी। उन्होंने कृषि के साथ बागवानी और पशुपालन को जोड़ने पर जोर दिया। किसानों को गोबर गैस, जीवामृत और आर्गेनिक हाइड्रोजेल के प्रभाव के बारे में भी बताया गया। सहायक कृषि अधिकारी प्रिया नेगी ने जैविक खेती, तारबंदी योजना और कुसुम योजना के तहत सोलर पंप की जानकारी दी। उन्होंने किसान रजिस्ट्री शिविर के बारे में भी बताया। आईटीसी एग्री बिजनेस डिविजन के मार्स कोऑर्डिनेटर मेल्कम मंडल ने मार्स एप के जरिए किसानों को होने वाले फायदों की जानकारी दी। धर्मशक्ति किसान उत्पादक संगठन के निदेशक बनवारी लाल शर्मा ने समूह में रहकर खेती करने के लाभ बताए। कृषि पर्यवेक्षक बालचंद गुर्जर ने मिट्टी की जांच और फसल अवशेष प्रबंधन पर जानकारी दी। कार्यक्रम में चौड़ी नाली (BBF) विधि और पारंपरिक खेती की तुलना की गई। BBF विधि से पारंपरिक खेती की तुलना में 10 से 12 प्रतिशत ज्यादा उपज मिलने की जानकारी दी गई।
किसानों को जलवायु स्मार्ट खेती का दिया प्रशिक्षण:गेहूं की खेती के आधुनिक तरीके बताए, 12 प्रतिशत तक बढ़ी पैदावार
