कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा अब बीकानेर में सक्रिय हो गए हैं। बीछवाल में किराए के गोदामों पर चल रही छापेमारी के दौरान मंत्री खुद मौके पर पहुंच गए और सारा सामान जब्त करवा दिया। इसमें बीज, पेस्टिसाइड्स और बायोस्टिमुलेंट शामिल है। ये तीनों ही उत्पाद कृषि से जुड़े हैं और नकली होने का दावा किया जा रहा है। कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा शनिवार को अचानक बीकानेर आए। मीणा के निर्देश पर यहां बीछवाल में किराए के गोदामों पर छापा मारा गया। कृषि विभाग के अधिकारी छापेमारी के बाद कार्रवाई कर ही रहे थे कि देर शाम खुद मीणा भी बीकानेर आ गए। कृषि आदान गुण नियंत्रण अभियान की कड़ी में 20 जून को संयुक्त निदेशक (गुण नियंत्रण) कृषि आयुक्तालय के मंगल के निर्देशानुसार बीकानेर जिले में कार्यरत निरीक्षकों ने कार्रवाई की। मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर बीछवाल औद्योगिक क्षेत्र में छापामारी की की गई। प्लॉट संख्या एफ-27 बी, द्वितीय फेज, बीछवाल औद्योगिक क्षेत्र में संचालित किराए के गोदाम से गोदारा एग्रो एजेंसी, नई अनाज मंडी द्वारा भंडारित ग्रीन अर्थ एग्रो केमिकल्स, जूनागढ़ (गुजरात) द्वारा निर्मित विभिन्न बायो स्टीमुलेंट पाए गए। गोदाम की स्वीकृति नहीं ली गोदारा एग्रो एजेंसी के प्रोपराइटर रामनिवास गोदारा से उक्त आदान को राजस्थान में बिक्री की स्वीकृति, उर्वरक लाइसेंस, गोदाम की सक्षम स्वीकृति, इनवॉइस से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा गया। गोदारा एग्रो एजेंसी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों का अवलोकन करने पर पता चला कि गोदाम की स्वीकृति नहीं ली गई है। बायो स्टीमुलेंट की बिक्री का अनुमति पत्र नहीं दिया बायो स्टीमुलेंट को राजस्थान में बिक्री की अनुमति से संबंधित स्वीकृति प्रस्तुत नहीं की गई। अवैध गोदाम में सक्षम विक्रय अनुमति के बिना गोदारा एग्रो एजेंसी द्वारा ग्रीन अर्थ एग्रो केमिकल्स गुजरात द्वारा निर्मित उत्पाद भंडारित करने की अनियमितता पाए जाने पर सुबह पांच बजे तक चली कार्रवाई में 468.25 क्विंटल बायो स्टीमुलेंट सहायक निदेशक (कृषि) सुरेंद्र मारू द्वारा जब्त किया गया तथा 6 नमूने लिए गए। निरीक्षण की कार्यवाही में संयुक्त निदेशक कृषि कैलाश चौधरी, उपनिदेशक कृषि जयदीप दोगुने, सहायक निदेशक कृषि सुभाष चंद्र, कृषि अधिकारी गिरिराज और ममता कुमारी शामिल रहे। मंत्री के आते ही हड़कंप शनिवार शाम को मंत्री किरोड़ीलाल मीणा भी बीकानेर आ गए। इस दौरान उनके आने की सूचना प्रशासन को नहीं मिली। अचानक उनके आने से जिला प्रशासन हरकत में आ गया। कृषि विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।