2005 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1748822757 nSgDdp

राजस्थान के जोधपुर शहर में इंजीनियर्स ज्योतिषी बन रहे हैं। सिवांची गेट स्थित गणेशदास महाराज आश्रम कुटी में रोज शाम को बैठक लगती है, जिसमें 25 से ज्यादा इंजीनियर्स ज्योतिष गणना सीख रहे हैं। वे यहां कृष्णमूर्ति पद्धति पर आधारित प्रश्न ज्योतिष सीख रहे हैं। यह ऐसी ज्योति​षीय गणना है, जिसमें जन्म कुंडली के बिना भी भविष्य के बारे में जाना जाता है। इन इंजीनियर्स को यह प्रश्न ज्योतिष सिखाने वाले 10 से ज्यादा रिटायर्ड अधिकारी हैं। इनमें से कुछ खुद भी इंजीनियर्स हैं। कुछ आईआईटी से पढ़े हैं। इंजीनियर्स को ज्योतिष सिखाने वाले 84 साल के श्यामसुंदर पुरोहित बताते हैं- साल 2010 से कुटी पर आने की शुरुआत हुई। फिर ज्योतिष के जानकारों की संगत हुई तो और लोग भी आने लगे। 85 वर्षीय देवकिशन व्यास, डॉ. बालरतन जोशी, गणितज्ञ कैलाश बोहरा जैसे कई विद्वान यहां ज्योतिष सीखने-सिखाने आने लगे। गुरु दक्षिणा यही कि इसकी कोई फीस नहीं लेंगे यहां ज्योतिष सीखने की एक ही शर्त है कि यहां से सीखने के बाद किसी से कोई फीस नहीं ली जाएगी। यही गुरुदक्षिणा भी है। यह सुनिश्चित होने पर कि शिक्षार्थी सिर्फ लोगों की भलाई के लिए ही ज्योतिष का इस्तेमाल करेंगे, ​उन्हें अंक गणना सिखाते हैं। आश्रम से जुड़े लोगों ने बताया कि हाल ही में भारत पाक युद्ध के दौरान भी चर्चा करते हुए 12 मई से पहले युद्ध समाप्ति की घोषणा की गई थी, जो सही साबित हुई।

Leave a Reply

You missed