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महाराष्ट्र में मराठी- हिंदी भाषा विवाद पर अब रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बयान दिया है। अठावले ने कहा- उद्धव और राज दोनों बाला साहेब ठाकरे की विचारधारा के खिलाफ काम कर रहे हैं, जिनका महाराष्ट्र सरकार अच्छे से इलाज करेगी। साथ ही कहा कि हमारी मंशा है कि 2029 तक नरेंद्र मोदी को ही प्रधानमंत्री रहना चाहिए। दरअसल, बुधवार को केंद्रीय मंत्री अठावले जयपुर में थे। उन्होंने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा- मराठी आनी चाहिए, यहां तक तो ठीक है, लेकिन दादागिरी कर किसी को थप्पड़ मार देना यह अच्छी बात नहीं है। हमारी सरकार ऐसा नहीं चलने देगी। महाराष्ट्र में 60 फीसदी लोग दूसरे राज्यों के हैं, जबकि 40 फीसदी ही मराठी हैं। जो 60 फीसदी लोग हैं, उनमें से भी 40 फीसदी लोग अच्छे से मराठी बोल सकते हैं। मराठी प्रेम के नाम पर दादागिरी करना ठीक नहीं है। हम भी दादागिरी का जवाब दादागिरी से दे सकते हैं। लेकिन हम मुंबई को शांत रखना चाहते हैं। फडणवीस सरकार पूरी तरह से सक्षम है, जो भी दादागिरी करेगा। उसे सबक सिखाया जाएगा। उन्होंने कहा- बाला साहेब ठाकरे ने जब शिवसेना की स्थापना की थी। तो उनका उद्देश्य था कि मराठी लोगों को न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने गुजरती विंग, उत्तर भारत विंग और साउथ इंडिया जैसी अलग- अलग विंग बनाई थी। तब सब लोग उनके साथ काम कर रहे थे। लेकिन उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे जो काम कर रहे हैं, वो बाला साहेब ठाकरे की विचारधारा के खिलाफ है। 2029 तक मोदी को रहना चाहिए PM
उन्होंने कहा- लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने मतदाताओं को संविधान की प्रति दिखाकर भ्रमित किया कि बीजेपी के लोग संविधान को बदल देंगे। डॉ. अंबेडकर के संविधान को कोई नहीं बदल सकता है। लेकिन कांग्रेस ने भ्रम फैलाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दशकों तक सत्ता में रही है। लेकिन कभी किसी ने उन्हें इतनी कड़ी टक्कर नहीं दी। पहली बार 2014 में नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार का मामला उठाते हुए प्रचंड बहुमत की सरकार बनाई थी। RSS प्रमुख मोहन भागवत के 75 साल के बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही तीसरी बार भाजपा की सरकार बनी है। नरेंद्र मोदी अच्छा काम कर रहे हैं। हमारा देश दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है, पिछले 10 सालों में 25 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी रेखा से ऊपर आए हैं। उन्होंने कहा कि 75 साल की उम्र में रिटायरमेंट होना ठीक है। लेकिन हम एनडीए के घटक दल हैं, हमारी मंशा है कि 2029 तक नरेंद्र मोदी को ही प्रधानमंत्री रहना चाहिए। बिहार में रह रहे बांग्लादेशी
अठावले ने बिहार चुनाव आयोग की और से वोटर्स की जांच का समर्थन करते हुए कहा कि चुनाव आयोग और बीजेपी का कोई संबंध नहीं है। चुनाव आयोग एक स्वतंत्र इकाई है, लेकिन वहां पर शक है कि बिहार में बांग्लादेश के लोगों ने अपने वोटर आईडी कार्ड बनवाकर रह रहे हैं। इसलिए चुनाव आयोग ने फैसला लिया है कि जो भी मतदाता है, उसका जन्म प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है। अगर उसका जन्म बिहार में हुआ है, तो कोई एतराज नहीं है। लेकिन उसका जन्म बांग्लादेश में हुआ होगा। तो उसको वोटिंग का अधिकार कैसे मिल सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों के आरोप गलत है कि चुनाव आयोग बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है। अब से पहले बिहार में वोट कैप्चरिंग और न जाने क्या-क्या नहीं होता था। चुनाव जीतने के लिए लेकिन निष्पक्ष चुनाव के लिए सही मतदाताओं को ही मौका मिलना चाहिए। इस सोच के साथ चुनाव आयोग काम कर रहा है। 25 करोड़ को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने के प्रयास किए
अठावले ने कहा कि देश में पहले सभी जाति और धर्म के लोगों को आरक्षण का फायदा नहीं मिलता था। लेकिन मोदी सरकार ने सभी धर्मों को आरक्षण दिया। उन्होंने कहा- जिनकी इनकम 8 लाख से कम है। ऐसे लोगों को 10 परसेंट आरक्षण देने का निर्णय लिया गया है। आज देश की सभी जातियों का आरक्षण मिल रहा है। मोदी सरकार देश के हर व्यक्ति को न्याय देने का प्रयत्न कर रही है। 10 सालों में 25 करोड लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने के प्रयास किए गए। देश की इकोनॉमी 10 साल में चौथे नंबर पर आगे भारत देश आज दुनिया से कंपटीशन कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम झूठ नहीं बोलते हैं। कांग्रेस के लोग संविधान दिखाकर समाज में फुट डालने का काम करते हैं।

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