जालोर जिले में डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (एग्रीस्टैक) योजना के तहत किसानों को 11 अंकों की यूनीक फार्मर आईडी दी जा रही है। फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जगह-जगह फार्मर रजिस्ट्री शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसमें आईडी पाने के लिए किसान पंजीयन करवा रहे हैं। अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेश मेवाड़ा ने बताया- एग्रीस्टैक योजना के तहत 18 मार्च तक नोसरा व चूंडा, 19 मार्च तक चांदराई, पादरली, रायथल, देवकी, बैरठ, सांफाड़ा, तीखी, उम्मेदाबाद, आकोली, रायपुरिया, जालमपुरा, विशाला, सांगाणा, बागोड़ा, नवापुरा ध्वेचा, नया मोरसीम, नरसाणा, कुड़ा, मैत्रीवाड़ा, मौखातरा, रामपुरा, किलवा, विरोल बड़ी, बिजरोल खेड़ा, सुरावा, सरनाऊ, सिपाहियों की ढाणी, सुराचंद, सूथड़ी, सिवाड़ा व निम्बाऊ ग्राम पंचायत में शिविर का आयोजन किया जा रहा है। वर्तमान में शिविरों में फ्री पंजीकरण की सुविधा किसानों को प्राप्त हो रही है। वहीं शिविरों में पंजीयन नहीं करवाने वाले किसानों को बाद में सशुल्क पंजीकरण करवाना होगा। उन्होंने बताया- किसानों को इस यूनीक आईडी नंबर के आधार पर पीएम किसान सम्मान निधि की किश्त के साथ फसल बीमा का लाभ प्राप्त करने में आसानी होगी। यूनीक फार्मर आईडी नंबर नहीं होने पर पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल सकेगा। खराबे की स्थिति में किसानों का चिन्हीकरण करना आसान होगा। इसके अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए किसानों का अपने आप ही रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। किसानों को कल्याण की अन्य योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए बार-बार सत्यापन या रजिस्ट्रेशन नहीं कराना पड़ेगा।