महिला कॉन्स्टेबल के पति ने ट्रैक्टर ड्राइवर से मारपीट की। आरोप था कि वह पीछे मोड़ पर उनकी बाइक को कट मार कर आया है। इससे बाइक का बैलेंस बिगड़ा और दोनों गिर गए। मारपीट के दौरान ट्रैक्टर ड्राइवर महिला कॉन्स्टेबल के पति से हाथ जोड़कर माफी मांगता रहा और पैरों में गिर गया। उसका कहना था- उसे एक्सीडेंट के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद थाने शिकायत करने पहुंचा तो पुलिस ने उससे मारपीट का सबूत मांगा और लॉकअप में बंद कर दिया। मामला कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र का मंगलवार सुबह 11 बजे का है। घटना का CCTV फुटेज आज बुधवार को सामने आया। मामले में ट्रैक्टर ड्राइवर और महिला कॉन्स्टेबल दोनों ने ही मामला दर्ज करवाया है। महिला कॉन्स्टेबल के पति ने की मारपीट जवाहर नगर थाना SHO हरिनारायण शर्मा ने बताया कि वो छुट्टी पर थे। आज ही ड्यूटी पर लौटे हैं। मारपीट की जानकारी सामने आई है। इस मामले में ट्रैक्टर ड्राइवर छोटू लाल व महिला कॉन्स्टेबल शिल्पा की ओर से शिकायत दी गई है। मामले की जांच की जा रही है। उचित कार्रवाई की जाएगी। जवाहर नगर थाना डीओ ड्यूटी पर मौजूद राजूलाल ने बताया- महिला कॉन्स्टेबल शिल्पा कुमावत ने शिकायत दी थी। इसमें बताया कि वो अपने पति के साथ एसपी ऑफिस से लौट रही थी। बाइक पति चला रहे थे। कॉमर्स कॉलेज रोड़ पर ट्रैक्टर चालक के कट लगाने से दोनों नीचे गिर गए। दोनों को चोट लगी। शिकायत पर महिला कॉन्स्टेबल का मेडिकल करवाया गया है। कॉन्स्टेबल की शिकायत पर ट्रैक्टर चालक को पकड़ा था, जिसे जमानत पर छोड़ दिया। हमने हाथ जोड़े और माफी भी मांगी ट्रैक्टर ड्राइवर छोटू लाल ने बताया- वो 14 साल से ट्रैक्टर चला रहा है। मंगलवार को ईंटें खाली करने सिटी पार्क इलाके में गया था। ईंटें खाली करके वापस नांता की ओर लौट रहा था। ट्रैक्टर में 2 अन्य लोग भी बैठे हुए थे। लगभग साढ़े 11 बजे वापस लौटते समय कॉमर्स कॉलेज रोड़ टर्न लेते समय साइड लेने के लिए हाथ दिया और टर्न लेकर तलवंडी रोड़ की तरफ जा रहा था। थोड़ी दूर ही चला था कि जाट छात्रावास के पास एक बाइक सवार ने आगे आकर ट्रैक्टर के सामने गाड़ी खड़ी कर दी। बाइक से उतरकर मारपीट शुरू कर दी। उससे कारण पूछा, तो एक्सीडेंट करने की बात कहते हुए पीटता रहा। हमने हाथ जोड़े और माफी भी मांगी। लेकिन, वह नहीं माना। इसके बाद महिला कॉन्स्टेबल भी आई और उसने अभद्रता करने और एक्सीडेंट करने का आरोप लगाया। छोटू लाल ने बताया- इसकी सूचना ट्रैक्टर मालिक राजकुमार को दी। ट्रैक्टर मालिक ने मदद के लिए अपने बेटे पुष्कर को भेजा। इस दौरान पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ट्रैक्टर को थाने ले आई। मालिक के बेटे पुष्कर के साथ थाने पहुंचकर शिकायत दी तो कार्रवाई करने की बजाय पुलिस ने हमसे मारपीट के सबूत मांगे और मुझे थाने में बंद कर दिया। फिर थाने में बंद कर दिया। शाम साढ़े 5 बजे जमानत के बाद छूटा। मारपीट करने वाले युवक का नाम पता नहीं है।