पश्चिम मध्य रेलवे 5 जून को अंतरराष्ट्रीय रेलवे समपार जागरूकता दिवस के रूप में मना रहा है। द इंटरनेशनल यूनियन ऑफ रेल्वेज (यूआईसी) के तत्वावधान में 50 से अधिक देशों में यह दिवस मनाया जा रहा है, जिसमें भारतीय रेलवे भी शामिल है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह 17वां वर्ष है जब इस महत्वपूर्ण दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष की थीम “अच्छे निर्णय लेने में लोगों की सहायता करें” रखी गई है, जिसका ध्येय वाक्य “हर समय, सही निर्णय” है। यह दिवस समपार उपयोगकर्ताओं और रेल कर्मियों के बीच सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है, जिससे समपार दुर्घटनाओं और जनहानि को कम किया जा सके। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन के अनुसार, पश्चिम मध्य रेल पर अब कोई मानवरहित समपार फाटक नहीं बचा है। व्यस्त समपार फाटकों को चरणबद्ध तरीके से रोड अंडर ब्रिज और रोड ओवर ब्रिज में बदला जा रहा है, साथ ही मौजूदा मानव सहित फाटकों को इंटरलॉक किया जा रहा है। कोटा मंडल ने सभी उपयोगकर्ताओं से सुरक्षित यातायात का आह्वान किया है। समपार पार करते समय मोबाइल या इयरफोन के उपयोग से बचें, बंद फाटक के नीचे से वाहन न निकालें, और गेटमैन पर दबाव न बनाएं। उल्लंघन करने वालों के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता के तहत कड़ी कार्रवाई का प्रावधान है, जिसमें कारावास और आर्थिक दंड दोनों शामिल हैं। रेलवे प्रशासन का मानना है कि जागरूकता से ही समपार दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है, और इसी उद्देश्य से यह दिवस महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।