पर्यावरण संरक्षण और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कोटा में 25 से 27 जुलाई तक ‘हरित भारत एक्सपो-2025’ का आयोजन किया जाएगा। इस एक्सपो का पोस्टर विमोचन किया गया। एक्पो में मुख्य अतिथि के रूप में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर की उपस्थिति रहेगी। तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान कोटा क्षेत्र में औद्योगिक विकास और उसकी चुनौतियों के साथ-साथ हरित ऊर्जा प्रोत्साहन के लिए विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञों द्वारा संवाद कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। ‘हरित भारत एक्सपो-2025’ का आयोजन लघु उद्योग भारती, सोलर संगठन भारत,हाड़ौती सोलर पावर सोसाईटी,दी एसएसआई एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। यह राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी होटल करणी पैलेस,मानपुरा कोटा में आयोजित की जाएगी। एक्सपो का उद्देश्य
सोलर संगठन के अरविंद सिंधावा ने बताया कि इस एक्सपो का मुख्य उद्देश्य कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन को न्यूनतम करते हुए सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, ग्रीन हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिक वाहनों और वॉटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से शून्य कार्बन उत्सर्जन को प्रोत्साहित करना है। यह कार्यक्रम प्रदर्शित करेगा कैसे ऊर्जा का उत्पादन और उपभोग पर्यावरण की रक्षा करते हुए संभव है। सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार
धीरज गुप्ता व इनामउर रहमान बताया कि वर्तमान में मानव सभ्यता के सामने पर्यावरण प्रदूषण और तेजी से बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग इफेक्ट्स को कम करना एक बड़ी चुनौती है। इसी संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरित ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के लिए पीएम सूर्य घर योजना और पीएम कुसुम योजना की घोषणा की गई है। राज्य स्तर पर भजनलाल सरकार ने भी सौर ऊर्जा प्रोत्साहन के लिए सब्सिडी योजना लागू की है। प्रदर्शनी की विशेषताएं
हरित भारत के जितेन्द्र गोयल ने बताया कि इस एक्सपो में सरकार की सौर ऊर्जा प्रोत्साहन योजनाओं के साथ-साथ सोलर उपकरण निर्माण करने वाली देश की सभी प्रमुख कंपनियां अपने सोलर कम्पोनेंट प्रदर्शित करेंगी। विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रिक व्यावसायिक और यात्री वाहन, नवीन तकनीक, अनुसंधान और दुनिया की नवीनतम मशीनरी का प्रदर्शन किया जाएगा। 70 से अधिक देश की प्रमुख कम्पनियां इस आयोजन के लिए कोटा आएंगी। उद्देश्य की पूर्ति
यह एक्सपो कोटा के आम उपभोक्ता, उद्योगपति और किसानों को सरकार की हरित ऊर्जा योजनाओं का पूरा लाभ दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय व्यापार और उद्योग को भी नई दिशा मिलेगी।आयोजकों के अनुसार केंद्र और राज्य सरकार के प्रतिनिधि, उद्योगपति, व्यापारी, डीलर, डिस्ट्रिब्यूटर, रिटेलर और हाडौती क्षेत्र से लगभग हजारो लोगो के आने की संभावना है।
