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क्रिप्टो करेंसी में मुनाफे का झांसा, 30 लाख की ठगी:स्कूल टाइम के दोस्त ने ही झांसा में लेकर ठगा, 5 साल पहले मुलाकात हुई थी

जोधपुर के बनाड़ थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति से क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर करीब 30 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित को उसके स्कूल टाइम के दोस्त ने क्रिप्टो ट्रेडिंग में बड़ा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर करीब 6 महीने में ठगी कर डाली। बनाड़ पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। बनाड़ पुलिस ने बताया – बासनी सादूंवा निवासी रतन सिंह ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसकी जान-पहचान रवि गहलोत नामक युवक से स्कूल के दिनों से थी। करीब चार-पांच साल पहले फिर से मुलाकात हुई, जिसके बाद मार्च 2024 में आरोपी ने रतन सिंह से संपर्क कर खुद को क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग का विशेषज्ञ बताया। आरोपी ने दावा किया कि वह कई सरकारी अधिकारियों और बिजनेसमैन को निवेश पर 30-40 गुना रिटर्न दिला चुका है और रतन सिंह को भी कम समय में कई गुना पैसा कमाने का झांसा दिया। रतन सिंह के मुताबिक- आरोपी ने लगातार दबाव बनाकर उसे क्रिप्टो करेंसी में 30-35 लाख रुपए निवेश करने के लिए राजी किया। आरोपी ने भरोसा दिलाया कि उसका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा और वह सिर्फ 10% मुनाफा कमीशन के तौर पर लेगा। आरोपी के कहने पर रतन सिंह ने अपनी पीएफ, पर्सनल लोन और रिश्तेदारों से उधार लेकर 13 जुलाई 2024 से 2 दिसंबर 2024 के बीच कुल 29,50,000 रुपए नकद आरोपी को दिए। आरोपी ने रतन सिंह के मोबाइल में BYBIT ऐप डाउनलोड करवाई और उसमें USDT (एक प्रकार की क्रिप्टो करेंसी) डिपॉजिट करवाता रहा। कोइन ट्रांसफर के बाद आरोपी फरार रिपोर्ट के अनुसार- आरोपी ने रतन सिंह से उसके वॉलेट के कुछ कॉइन अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए और कहा कि वह खुद निवेश करेगा। जनवरी 2025 में आरोपी ने फिर से 4,10,000 रुपए की मांग की, जो रतन सिंह ने अपने साले से उधार लेकर दिए लेकिन इस बार USDT वॉलेट में नहीं आए। इसके बाद आरोपी ने रतन सिंह के सभी बचे हुए कॉइन भी ट्रांसफर करवा लिए और फिर उसका फोन उठाना बंद कर दिया। जब रतन सिंह ने आरोपी के घर जाकर रकम लौटाने की मांग की, तो आरोपी ने पैसे लौटाने से साफ मना कर दिया। अन्य लोगों के साथ भी ठगी की आशंका रतन सिंह का आरोप है कि आरोपी ने इसी तरह अन्य लोगों के साथ भी धोखाधड़ी की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच सहायक उप निरीक्षक बीजाराम को सौंपी है। पीड़ित ने अपनी शिकायत के साथ बैंक स्टेटमेंट, वॉट्सऐप चैट और कोइन ट्रांसफर के अन्य दस्तावेज भी पुलिस को सौंपे हैं। पुलिस अब आरोपी रवि गहलोत की तलाश में जुटी है।

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