भास्कर न्यूज | खेरवाड़ा राष्ट्र संत पुलक सागर महाराज के आशीर्वाद से शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में लोकार्पण एवं नामकरण समारोह का आयोजन किया गया। सुबह समाज अध्यक्ष रमेश चंद्र कोठारी के नेतृत्व में समाज जनों की ओर से विभिन्न भेंटकर्ता परिवारों को उनके निवास पर जाकर गाजे-बाजे के साथ आमंत्रित किया गया। तत्पश्चात विधानाचार्य भागचंद के श्रीमुख से लोकार्पण एवं नामकरण विधान का आयोजन किया गया। गुरुवर की आहार चर्या के बाद स्वामी वात्सल्य का आयोजन किया गया। दोपहर 2 बजे मंदिर के सभागार में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि सुरेश कोठारी मुंबई, समारोह अध्यक्ष गेंदालाल फंदूओत, विशिष्ट अतिथि नीलकमल अजमेरा रहे। सम्मान समारोह में जिनेंद्र रथ प्रदाता परिवार श्रेष्ठी सुंदर लाल कीकावत सपरिवार, आचार्य सन्मति सागर सदन पुण्यार्जक परिवार राजेंद्र प्रसाद कोठारी, पुलकसागरम संत भवन नामकरण श्रेष्ठी सुरेश कुमार कोठारी तथा आचार्य शांति सागर साधना केंद्र के पुण्यार्जक श्रेष्ठी श्याम सुंदर कोठारी परिवार का स्थानीय समाज की ओर से सम्मानित किया गया। सुबह सभी भेंटकर्ता परिवारों के साथ सकल दिगंबर जैन समाज के श्रावक-श्राविकाओं सहित जिनेंद्र रथ की पूरे कस्बे में बैंड-बाजे के साथ नाचते गाते शोभायात्रा निकाली गई। पूरे कस्बे में रात को युवा परिषद के सदस्यों की ओर से घुमाया गया। सम्मान समारोह के पश्चात आचार्य श्री ने अपने मंगल प्रवचन में बताया कि जैन संत पब्लिक प्रॉपर्टी होते हैं। साथ ही धर्म सभा में अच्छा वक्ता महत्वपूर्ण नहीं होता है, बल्कि अच्छे श्रोता महत्वपूर्ण होते हैं। गुरुवर ने आशीर्वाद प्रदान करते हुए बताया कि 10 फरवरी से 15 फरवरी 2025 में नागफणी पारसनाथ में प्रतिष्ठा महोत्सव होने जा रहा है। इससे पूर्व खेरवाड़ा में प्रवास का अवश्य अवसर समाज को दिया जाएगा। गुरुवर ने बताया कि बड़े शहरों से छोटे शहरों में भक्ति और आराधना ज्यादा नजर आती है।