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श्रीगंगानगर में गंगनहर में 2500 क्यूसेक सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसान-मजदूर-व्यापारी संघर्ष समिति के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन धरना सातवें दिन भी जारी है। आंदोलन को अब किसान आरपार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं। आज रविवार को धरना स्थल पर महिलाओं ने मोर्चा संभाला है। वे न केवल मंच का संचालन कर रही हैं, बल्कि क्रमिक अनशन पर भी बैठी हैं। महिलाओं ने राजस्थानी गीतों के माध्यम से आंदोलन को जनभावनाओं से जोड़ने का प्रयास भी कर रही हैं। संघर्ष समिति के पदाधिकारी संतवीर सिंह और रणजीत राजू ने कहा, आंदोलन को राजनीति की भेंट नहीं चढ़ने दिया जाएगा। बिजाई के लिए केवल 15 दिन बचे हैं और नहर में पानी नहीं है। सरकार यदि 24 जून से पहले पानी नहीं देती, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यह आंदोलन अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है और अंजाम तक पहुंचकर ही खत्म होगा। जिले की सभी अनाज मंडियां कल 23 जून को बंद रहेंगी। वहीं 24 जून को बार एसोसिएशन, अधिवक्ता संघ, धानका तौला यूनियन ने हड़ताल का ऐलान किया है। धरने को जन-जन तक पहुंचाने के लिए समिति ने 24 जून को ‘प्रशासन ठप’ आंदोलन की घोषणा की है। इसके तहत जिलेभर में संपर्क अभियान शुरू किया गया है। विधायक रूपिंदर सिंह कुन्नर, सोहन नायक, सांसद कुलदीप इंदौरा, रामस्वरूप मांझू, कालू थोरी, मनिंद्र सिंह मान, रविंद्र तरखान, अवतार सिंह संधु, निशान सिंह मान, सोना देवी बावरी, महेंद्र सिंह बराड़, राकेश शर्मा, सतविंदर अटवाल और इंद्राज पूनिया सहित अन्य पदाधिकारियों की बैठक में 30 जनसंपर्क टीमें गठित की गई हैं, जो गांवों में जाकर किसानों से 24 जून को गंगानगर पहुंचने की अपील कर रही हैं। विधायक रूपिंदर कुन्नर करनपुर, सांसद इंदौरा और विधायक सोहन नायक, डूंगराराम गेदर व पूर्व विधायक राजेंद्र भादू अपने-अपने क्षेत्रों में जनसंपर्क में जुटे हैं। आंदोलन को ग्रामीण किसान मजदूर समिति ने भी समर्थन दिया है। धरनास्थल पर विधायक डूंगरराम गेदर के साथ कांग्रेस के दो दर्जन कार्यकर्ता अनशन पर बैठे हुए हैं। इनमें परसराम भाटिया, जगदीश गोदारा, जयप्रकाश गिला, बलराम वर्मा, प्रवीण गोयल, अनिल रोकणा, मंगीलाल बेनीवाल और सुदेश मोर सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हैं। इनके साथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष कमला विश्नोई, विधायक सोना देवी बावरी, गोगा देवी नायक, दुर्गा स्वामी सहित दो दर्जन महिलाएं भी अनशन पर बैठीं।

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