शहर में कलेक्टर टीना डाबी द्वारा नवो बाड़मेर अभियान से एक बार फिर शहर को साफ-सुथरा बनाने का प्रयास शुरू किया है, लेकिन शहर के सबसे व्ययस्तम रहने वाले शहीद सर्किल पर व्यवस्थाएं सुधरने की बजाय दिनों दिन बिगड़ रही है। गत दिनों हुई मूसलाधार बारिश के करीब एक सप्ताह बाद भी गंदगी का अंबार लगा हुआ है। दिनभर बहता गंदा पानी और उस पानी के भराव से गुजरते लोग और वाहन हादसे का शिकार हो रहे हैं। वजह ये है कि चामुंडा चौराहे से शहीद सर्किल तक 2016 के बाद एनएचएआई के पानी निकासी के नाले में ​सीवरेज का गंदा पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि नगर परिषद की ओर से खुद का नाला भी नहीं बनाया गया है। ये ही वजह है कि एनएचएआई का नाला लगातार ओवरफ्लो होने और सिणधरी रोड की तरफ पानी की निकासी नहीं होने से हालात बिगड़े हुए है। सब्जी से भरा ई-रिक्शा पलटा: सिणधरी चौराहा पर पिछले तीन दिनों से लगातार सड़क पर गंदा पानी बह रहा है। चौराहे पर सीवरेज का नाला एक कोने से ओवरफ्लो हो गया है। जिसे गंदा पानी चौराहे के एक कोने से बहता हुआ दूसरे कोने में बने सीवरेज नाले में जा रहा है। सिणधरी चौराहा पर पहले से ही सड़क कई जगहों से क्षतिग्रस्त हो रखी है। ऊपर से ​तीन दिनों से बह रहे गंदे पानी के कारण सड़क कई जगहों से टूट गई है और पूर्व में बने गड्ढे और गहरे हो गए हैं। ऐसे में गंदे पानी में यह गड्ढे नजर ही नहीं आते। जिसके कारण बुधवार को सुबह सब्जी से भरा ई-रिक्शा इस गंदे पानी को पार करते समय पलट गया । शहर की सबसे व्यस्ततम चार सड़क मार्गों पर बने सिणधरी चौराहे पर हर समय आम राह​गीरों और वाहन चालकों की भरमार रहती है। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग भी बसों से ​इसी चौराहे पर उतरते हैं। जिसके कारण यहां हर समय आमजन की चहल-पहल रहती है। इसी चौराहे पर निकलने वाला गंदे पानी का नाला पिछले तीन दिनों से इस सफाई अभियान के कारण जाम हो रखा है। ऐसे में पूरे शहर का गंदा पानी सीवरेज नाले से ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहता रहता है। प्रशासन द्वारा इस सीवरेज नाले को सुचारू नहीं किया गया है। जिसके कारण पिछले तीन दिनों से बाइक, टैक्सी, बसें, भारी वाहन के साथ साथ पैदल चलने वाले लोग भी इस गंदे पानी से निकल रहे।

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