सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय जुलाई 2020 में उठा फोन टैपिंग विवाद की एक बार फिर से चर्चा शुरू हो गई है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत और उनके पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा का ऑडियो सामने आया है। इस ऑडियो में गहलोत और लोकेश शर्मा मीडिया को भेजी गई रिकॉर्डिंग इस्तेमाल करने वाले लैपटॉप और मोबाइल डिस्ट्रॉय (खराब करना) करने पर बातचीत करते सुने जा रहे हैं। लोकेश शर्मा ने लोकसभा चुनावों के दूसरे फेज की वोटिंग से पहले ऑडियो टैप सुनाए थे। इनमें गहलोत पर फोन टैप करवाने और सचिन पायलट की जासूसी करने के आरोप लगाए थे। लोकेश शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जो ऑडियो सुनाए थे, अब वे सामने आ गए हैं। उस वक्त लोकेश ने वो ऑडियो नहीं दिए थे। गहलोत ने पूछा- जिससे भेजा वो मोबाइल कहां है, लोकेश का जवाब- उसे डैमेज कर दिया ऑडियो में गहलोत लोकेश शर्मा से उस लैपटॉप के बारे में पूछ रहे हैं, जिससे मीडिया को खरीद फरोख्त की साजिश वाले ऑडियो भेजे थे। गहलोत और लोकेश बातचीत में ऑडियो का नाम नहीं ले रहे, लेकिन कड़िया जुड़ती दिख रही हैं। गहलोत इस बातचीत में कह रहे हैं कि मैंने जो दिया था वही यूज किया न। साथ ही जिस मोबाइल और लैपटॉप से मीडिया को विधायकों की खरीद फरोख्त से जुड़ा ऑडियो भेजा गया, उसके बारे में बातचीत है। गहलोत ने पूछा- जिससे मीडिया को भेजा उसका क्या किया, जवाब में लोकेश ने कहा कि वो मोबाइल डैमेज कर दिया। गहलोत बोले- तुम्हारा लैपटॉप किसी दूसरे स्टेट के रिश्तेदार को दे दो या नष्ट कर दो इस बातचीत में गहलोत विधायकों की खरीद फरोख्त वाले ऑडियो के बारे में बारीकी से पूछ रहे हैं। गहलोत ने लोकेश शर्मा से वो लैपटॉप दूसरे स्टेट में रिश्तेदार को भिजवाने के लिए कहा, जिसमें ऑडियो को पेन ड्राइव से कॉपी किया था। उसे डिस्ट्रॉय करने का सुझाव भी दिया। जुलाई 2020 में गहलोत खेमे ने ऑडियो जारी कर विधायकों की खरीद फरोख्त की साजिश के आरोप लगाए दरअसल, सचिन पायलट ग्रुप की बगावत के समय हुए सियासी संकट के वक्त विधायकों की 34 दिन होटलों में बाड़ेबंदी की गई थी। बाड़ेबंदी क दौरान ही गहलोत खेमे की तरफ से लोकेश शर्मा ने मीडिया को कुछ ऑडियो क्लिप भेजे गए थे। इनमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और दिवंगत कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के बीच विधायकों की खरीद फरोख्त को लेकर बातचीत का दावा था। एक ऑडियो तत्कालीन मंत्री विश्वेंद्र सिंह का होने का हवाला दिया था। उस वक्त इन ऑडियो के जरिए गहलोत गुट ने बीजेपी पर सरकार गिराने की साजिश के आरोप लगाए थे। साथ ही सबूत के तौर पर मीडिया को ऑडियो क्लिप भेजी गई थी। ऑडियो के सोर्स को लेकर ही लोकेश शर्मा और अफसरों पर केस दर्ज फोन टैपिंग का विवाद इन ऑडियो के सामने आने के बाद ही उठा। बीजेपी शुरू से आरोप लगाती रही है कि गहलोत ने सरकार बचाने के लिए नेताओं के गैरकरनूनी तरीके से जमकर फोन टैप किए। बीजेपी का आरोप है कि गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह सहित कई नेताओं के फोन टैप किए। यह मामला संसद और विधानसभा में भी उठा था। विधानसभा में उस समय के यूडीएच और संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने मार्च 2021 में कहा था कि लोकेश शर्मा ने ही ऑडियो वायरल किए थे। ये ऑडियो उसे सोशल मीडिया से मिले थे। गजेंद्र शेखावत ने इस बयान के आधार पर गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा और पुलिस अफसरों के खिलाफ दिल्ली पुलिस में केस दर्ज करवाया था। इसमें अब तक जांच पूरी नहीं हुई है। गहलोत-लोकेश शर्मा की बातचीत ये भी पढ़ें ‘सियासी संकट में गहलोत ने कराई फोन टैपिंग’:पूर्व सीएम के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा बोले- उन्होंने मुझे पेन ड्राइव दी, उसमें ऑडियो थे पूर्व मुख्यमंत्री के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने अशोक गहलोत पर फोन टैपिंग के आरोप लगाए थे। राजस्थान में साल 2020 में सियासी संकट के समय गहलोत सरकार पर फोन टैप करने के आरोप लगे थे। उस समय कुछ ऑडियो भी सामने आए थे। इसी मामले में गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने कुछ महीने पहले जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई खुलासे किए थे। (पूरी खबर पढ़ें)