पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि मुख्यमंत्री और मंत्री नए बने हैं, हमारी पार्टी विधायक दल ने तय किया था कि इनको मौका देना चाहिए। पहली बार विधायक बने मुख्यमंत्री बने हैं, इनको मौका देना चाहिए और इसलिए कांग्रेस ने साल भर से कोई आंदोलन खड़ा नहीं किया। गहलोत ने कहा- हमने मीडिया के माध्यम से अपनी बात कही। इनको समझ जाना चाहिए हम जो कहना चाहते हैं ,वह उनके हित में है। सरकार अगर अच्छी चलेगी अच्छी गवर्नेंस होगी तो फायदा किसको मिलेगा, जनता को मिलेगा। हमारा ध्येय है कि जनता को फायदा मिले, इसमें कोई समझौता नहीं हो। पक्ष और विपक्ष मिलकर ऐसा काम करें जिससे आम जनता को लाभ मिले विकास हो। अभी इन पर निर्भर करता है विपक्ष कितना साथ लेकर चलते हैं । डोटासरा के मामले में सभी नहीं था बर्ताव गहलोत ने कहा-डोटासरा के मामले में आपने देख लिया इन्होंने 6 लोगों को सस्पैंड किया और जिस तरह का बर्ताव किया । धरना तक देना पड़ा , इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि मुख्य विपक्षी दल के विधायकों को धरना देना पड़े। जो व्यवहार रहा वह तारीफ के काबिल नहीं है हमारे वक्त भी निष्कासन हुए हैं , एक-दो दिन कोशिश की बुलाकर बात करें और निष्कासन समाप्त किया। डोटासरा के मामले में एकतरफा बहस करवा दी गहलोत ने कहा- बिना विपक्ष के सदन कैसे चल सकता है। बिना विपक्ष के पक्ष क्या होता है। इन्होंने बिना विपक्ष के हाउस चला दिया। डोटासरा को टारगेट बनाकर बहस शुरू करवा दी । अगर इनमें नैतिक साहस होता तो विपक्ष को बुलाते, निलंबन समाप्त करते और उसके बाद में स्पीकर साहब को तकलीफ हुई थी वह बहस करने के बाद करते। इन्होंने बिना निलंबन खत्म किए एकतरफा बहस करवा दी। यह अनुभव की कमी है , इनको गाइड करने वाला कोई है नहीं है। उनके सलाहकार भी ऐसे ही लोग हैं इस कारण ऐसी नौबत बनी है। अभी हम कहना चाहेंगे विपक्ष रचनात्मक सहयोग करेगा । बीजेपी की पीआर एजेंसी पावरफुल, चुनाव के बाद इनकी पोल खुल गई गहलोत ने कहा- कांग्रेस का विधायक दल एकजुट है और मजबूती से मुकाबला कर रहा है । जितनी भी हमारी योजनाएं थी उनके ऊपर हम फोकस कर रहे हैं कि वह किसी कीमत पर कमजोर नहीं हो और वह लागू हो। हम सरकार को जनता से किए वादे याद दिलाते रहेंगे। ये झूठ बोलकर सत्ता में आए। चुनाव प्रचार में उन्होंने क्या-क्या नहीं कहा था । उनके पास पैसे की कमी नहीं है। बीजेपी की पीआर एजेंसी इतनी पावरफुल है कि पूरे देश में चुनाव में ऐसे माहौल बना देते हैं जैसे वो सब ठीक कह रहे हो। गहलोत ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी और और उनके नेता जो बोल रहे हैं उनकी चुनाव के बाद पोल खुल गई है। कोई गवर्नेंस ही नहीं है । लोग कहते हैं हम किनके पास जाएं । कोई सुनवाई करने वाला ही नहीं है। जब से सरकार बनी है गांव गांव में चर्चाएं, हालात गंभीर गहलोत ने कहा- जब से यह सरकार बनी है तब से गांव-गांव में क्या चर्चाएं हो रही है इससे आप भी अनभिज्ञ नहीं है। हालत बड़ी गंभीर है। लोगों के काम हो नहीं रहे हैं। जनता से जो वादे किए थे उनकी वादा खिलाफी हो रही है। हमारे वक्त की जो स्कीम में थी उनको या तो कमजोर कर दिया या बंद कर दिया। कांग्रेस विधायक दल एकजुट ,इसका जनता में मैसेज गहलोत ने कहा- हमें गर्व है कि नेता प्रतिपक्ष जूली के नेतृत्व में हमारा विधायक दल लगातार संघर्ष कर रहा है, आवाज बुलंद कर रहा है । इसक जनता में मैसेज गया है कि विपक्ष अपना धर्म कर्तव्य निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। लोकतंत्र में यही होता है। गहलोत ने कहा- हमारी स्कीम्स इतनी शानदार थी कि उनकी चर्चा आज भी राजस्थान के बाहर हो रही है। चिरंजीवी योजना से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी की शानदार योजनाएं हमने दी थी, उनको बंद कर दिया।

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