पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएमआर या सीएमओ में एक आईपीएस अफसर को थप्पड़ मारने की चर्चाओं पर सरकार से सफाई देने की मांग की है। आईपीएस अफसर के साथ धक्का मुक्की होने संबंधी चर्चाओं पर गहलोत ने कहा- वो मैंने भी सुना है। काफी दिन से सुन रहा हूं। कोई घटना हुई है। अब क्या घटना हुई है, आपको जानकारी है तो बता दीजिए, क्या हुआ है? गहलोत ने कहा- कोई मारपीट की कह रहा है। थप्पड़ लगा दी। ये अफवाहें चल रही है। गहलोत गुरुवार काे जयपुर आवास पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे। गहलोत ने कहा- ऐसी अफवाहें सीएमओ के बारे में, सीएमआर के बारे में चलना मैं समझता हूं, मैंने कभी सुना नहीं। मुझे इस पर यकीन भी नहीं होता है। व्यक्तिगत रूप से मुझे यकीन नहीं होता है। लोगों में इकबाल खत्म हो जाता है
गहलोत ने कहा- लोगों में इकबाल खत्म हो जाता है कि अगर सीएमआर के अंदर सीएम की मौजूदगी में ऐसी कोई ऐसी घटनाएं होती हैं तो यह ठीक नहीं। सीएमओ या सीएमआर में पता ही नहीं क्या हुआ, ये पता ही नहीं। वो उचित नहीं है तो उनको पब्लिक को स्पष्टीकरण देना चाहिए । मुख्यमंत्री हटाने का षड्यंत्र मैंने नहीं देखा
अमित शाह के दौरे और राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर गहलोत ने कहा- ये इनकी पार्टी का अंदरूनी मामला है। मैंने तो जनहित में जो उचित लगा कि जो हम लोग विपक्ष में हैं, जो सुनते हैं, जो अफवाहें मीडिया में अखबारों में आ रही थीं, अभी भी आ रही हैं कि 2-4 राज्यों में मुख्यमंत्री हटाए जाएंगे। ठीक है, तो मैंने भी कमेंट कर दिया। जो षड्यंत्र हो रहे हैं प्रदेश में या देश में, तो ये तो मेरा एक कैजुअल कमेंट था। अब कोई षड्यंत्र तो मैंने देखा नहीं है, षड्यंत्रकरियों को वो क्या षड्यंत्र कर रहे हैं। गहलोत ने कहा- अभी डेढ़ साल ही हुआ है सरकार आए, अब एक डेढ़ साल में सरकार बदलती है तो वो राज्य के हित में नहीं रहता है, इसलिए मैंने आगाह कर दिया सरकार को। मोदी विपक्ष को दुश्मन नहीं समझें, टाइम खराब आ गया
गहलोत ने कहा- अब कमेंट का फर्क पड़ना पड़ता है। अच्छी बात है। अगर विपक्ष को वो सम्मान देंगे, तो लोकतंत्र मजबूत होगा ये मेरा मानना है। ये बात मैं मोदी जी के लिए भी कहता हूं कि आप विपक्ष को दुश्मन नहीं समझें। आज का टाइम इतना खराब आ गया है कि केंद्र सरकार हो या राज्य सरकारें हों, वो विपक्ष को दुश्मन समझती हैं। वो दुश्मन नहीं हैं, अगर आप विपक्ष को इन्वॉल्व करके फैसले करेंगे आप अच्छी गवर्नेंस दे पाएंगे। पूर्व सीएम ने कहा- अगर आप इस प्रकार से सोचेंगे कि विपक्षी हमारे दुश्मन हैं, हर बात को आप काट करेंगे, मान सम्मान नहीं देंगे तो नुकसान उनको भी है। इस सरकार जैसा निकम्मापन-नाकारापन मैंने कभी नहीं सुना
गहलोत ने कहा- पांच साल बनाम डेढ़ साल का दावा करते हैं। मुख्यमंत्री ने आज भास्कर में लेख लिखा है कि कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। ऐसा निकम्मापन-नाकारापन मैंने कभी नहीं सुना किसी सरकार का। पूर्व सीएम ने कहा- 3 साल बाद में सरकार के बारे में लोग प्रतिक्रिया देते हैं कि काम नहीं हो रहे हमारे, करप्शन बहुत है, सुनवाई नहीं हो रही है, किसके पास जाएं? सब बातें बोलते हैं लोग लेकिन 3 साल के बाद में। यही सरकार ऐसी है कि 6 महीने में ही लोगों को समझ पड़ गया कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं, वो कहावत चरितार्थ हुई है तो राजस्थान में हुई है। लोगों को लग रहा है हमने ये क्या कर दिया?
गहलोत ने कहा- लोगों को लग रहा है, अरे ये क्या हो गया हमने ये क्या कर दिया। पहले वाली कांग्रेस की सरकार चली गई पर नई सरकार में ये क्या हो रहा है, किसके पास जाएं? ऐसी सरकार का मुखिया अगर यह दावा करे कि डेढ़ साल में पांच साल से ज्यादा काम हुआ है तो मैं ये बार बार कहता हूं ये उनका बहुत बड़ा साहस है। अशोक गहलोत ने कहा- आज ही जिस अखबार में आर्टिकल लिखा गया कम से कम सीएमओ को चाहिए था डीआईपीआर को चाहिए था मैनेज करते आज तो उनके खिलाफ न्यूज नहीं आती। आज मुख्यमंत्री का आर्टिकल भी आया है और मुख्यमंत्री के दावे को खोखला साबित करने वाली खबरें भी हैं। ऐसी ऐसी घटनाएं आज आई हैं उसके अंदर कानून व्यवस्था की हो या अन्य घटनाएं हों, तो आज तो मैनेज करना चाहिए था कम से कम। मैनेजमेंट भी नहीं किया, आर्टिकल की खुद की धज्जियां उड़ गईं उसके अंदर ही।
