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गुजरात के रास्ते राजस्थान आया जानलेवा वायरस!:मां बोलीं-मासूम बेटे को अचानक दौरा पड़ा, हाथ से मोबाइल छूटा, कुछ घंटे बाद सांसें छूट गईं

26 जून की बात है। शाम का वक्त था। मेरा हिमांशु मोबाइल देख रहा था। अचानक उसे दौरा पड़ा। मोबाइल हाथ से छूट गया। किसी तरह हम लोगों ने उसे संभाला। इसके बाद आधे-आधे घंटे के अंतराल में उसे दो और दौरे पड़े। दो घंटे बाद तेज बुखार आया और तबीयत बिगड़ती चली गई। किसी तरह रात निकाली। सुबह होते ही हिम्मतनगर इलाज के लिए लेकर गए। तब तक उसे उल्टी-दस्त भी शुरू हो गए थे। दिनभर इलाज चला, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। रात 10 बजे मेरा हिमांशु… …इतना बोलते-बोलते उदयपुर के बलीचा गांव की लीलादेवी खराड़ी का गला भर आया। अब उनके मुंह से अल्फाज नहीं आंखों से जज्बात बह रहे थे। अपने 3 साल के बेटे को उन्होंने खो दिया। मौत की संभावित वजह- चांदीपुरा वायरस। उदयपुर के खेरवाड़ा ब्लॉक के आदिवासी बहुल गांव बलीचा और आखीवाड़ा में चांदीपुरा वायरस का खौफ है। 3 साल के हिमांशु ने दम तोड़ दिया, वहीं आखीवाड़ा में भी 4 साल की बच्ची के इस वायरस से संक्रमित होने की आशंका है। हालात जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम दोनों गांवों में पहुंची। जंगल में पहाड़ी के बीच छितराई आबादी में बसे इन दोनों ही गांवों में डॉक्टरों की टीम से लेकर नर्सिंग स्टाफ-एएनएम का आना-जाना लगा हुआ है। इस क्षेत्र में पगडंडी नुमा रास्ता होने से मेडिकल टीम पैदल ही घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करने में जुटी है। ग्रामीणों का कहना है कि चांदीपुरा वायरस ने एक बार फिर कोरोनाकाल जैसा खौफ लोगों के दिमाग में बैठा दिया है। चांदीपुरा वायरस फैलने के 2 संभावित कारण संयोग : दोनों बच्चों के पिता गुजरात से लौटे थे यहां से ज्यादातर लोग गुजरात में मजदूरी के लिए पलायन करते हैं। दोनों ही बच्चों के पिता गुजरात में मजदूरी करते हैं। अजीब संयोग है कि उनके घर लौटने के बाद से ही बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ती गई। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि बच्चों की तबीयत बिगड़ने का इससे कोई कनेक्शन नहीं है, क्योंकि चांदीपुरा वायरस कोराेना की तरह संपर्क में आने से नहीं फैलता है। दोनों ही बच्चों के सैंपल की रिपोर्ट पुणे लैब से अभी आना बाकी है। इसके बाद ही इनमें चांदीपुरा वायरस होने की पुष्टि होगी। बलीचा में 54 और आखीवाड़ा में 47 घरों में स्क्रीनिंग खेरवाड़ा ब्लॉक के बलीचा और आखीवाड़ा गांव में चांदीपुरा वायरस की एंट्री के बाद मेडिकल टीम का लगातार सर्वे अभियान जारी है। बलीचा में 54 घरों में स्क्रीनिंग हो चुकी है। मृतक बच्चे के परिवार से जुड़े 9 सदस्यों की जांच की है। हालांकि प्राथमिक रिपोर्ट में सभी सामान्य मिले हैं। इसी तरह आखीवाड़ा गांव में 47 घरों में स्क्रीनिंग का काम हो चुका है। पीड़ित बच्ची के परिवार के 7 सदस्यों की जांच की है। इनकी भी प्राथमिक रिपोर्ट सामान्य मिली है। ​​​​​​ गुजरात में 6 बच्चों की हो चुकी है मौत, 12 संदिग्ध गुजरात में इसी महीने चांदीपुरा वायरस के कारण 6 बच्चों की मौत हो चुकी है। यहां संदिग्ध मामलों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। इन 12 मरीजों में से 4 साबरकांठा, तीन अरावली और एक-एक महिसागर तथा खेड़ा जिले से हैं। एक-एक राजस्थान और मध्यप्रदेश से हैं। इनका उपचार गुजरात में चल रहा है। ग्रामीण बोले- कोरोनाकाल जैसा ही डर बलीचा निवासी रमेशचन्द्र (52) ने बताया कि इस बीमारी ने कोरोनाकाल की तरह डरा दिया है। गांव में भय का माहौल है। गांव में पहली बार देखने को मिल रहा है जब इतनी संख्या में डॉक्टर्स और मेडिकल टीमों का लगातार आना-जाना जारी है। हम खुद भी पूरी सावधानी और सतर्कता बरत रहे हैं। 68 वर्षीय एजन देवी बताती हैं कि बच्चों की ज्यादा चिंता है। मेडिकल टीम के निर्देशानुसार हम घर में और आसपास गंदे पानी को जमा नहीं होने दे रहे। आसपास सफाई रखने का प्रयास करते हैं। मेडिकल टीम भी पूरा सपोर्ट कर रही है। स्कूल-आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की स्क्रीनिंग: डॉ. पटेल बलीचा गांव में मृतक बच्चे के परिवार और स्कूल-आंगनबाड़ी केन्द्रों पर स्क्रीनिंग करने पहुंचे डॉ. अनिल पटेल ने बताया कि जिस बच्चे का टेम्प्रेचर ज्यादा है तो उसका सैंपल भी लेंगे। स्कूल के टीचर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अवेयर कर रहे हैं कि इस वायरस से बचाव के लिए क्या सावधानी बरतना जरूरी है। जिले के सभी ब्लॉक हाई अलर्ट मोड पर: सीएमएचओ सीएमएचओ डॉ. शंकर बामणिया ने बताया कि दोनों ही क्षेत्र गुजरात से सटे हैं जहां का सर्वे लगभग करवा लिया है। जितने भी बच्चे मिले, उनकी स्क्रीनिंग करा ली है। चांदीपुरा वायरस के प्रभाव के मद्देनजर जिले के सभी ब्लॉक को एक लेटर जारी करते हुए हाई अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। उन्हें कहा गया है कि बच्चों में अगर सिर दर्द, उल्टी, दस्त और बुखार के लक्षण मिलते हैं तो उनका तुरंत प्रभाव से इलाज करें। ज्यादा ​तबीयत बिगड़ने पर रेफर करें। हालांकि अभी तक और संदिग्ध नहीं मिले हैं। यह भी पढ़ें… राजस्थान में आया बच्चों से जुड़ा खतरनाक वायरस, एक मौत:उदयपुर के 2 मासूमों में मिले चांदीपुरा संक्रमण के लक्षण; उल्टी-दस्त के मरीजों की निगरानी शुरू

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