कोटा के बड़गांव स्थित बड़े गुरुद्वारे अगमगढ साहिब में सामूहिक श्रमदान और कारसेवा की एक अद्भुत मिसाल देखने को मिली गुरुद्वारे में हजारों की तादाद में 45 डिग्री से भी अधिक के तापमान वाली भीषण गर्मी के बीच में देशभर से जुटे कारसेवकों ने 100 वर्गफीट की विशाल इमारत की छत एक ही दिन में ही डाल कर पूरी की है। 7 दिन का काम 7 से 8 घंटे में हुआ पूरा गुरुद्वारे के हेड ग्रंथी भगवान सिंह उन्हें बताया कि अगमगढ़ साहिब के दरबार की दूसरी मंजिल के लिए रविवार को छत डाली गई भीषण गर्मी के बीच चिलचिलाती धूप में देश भर से हजारों की तादाद में सेवादारों ने श्रमदान किया। श्रमदान में बड़े बुजुर्ग महिला और छोटे बच्चे भी शामिल थे। श्रमदान सुबह 8 बजे शुरू हुआ दोपहर 4 बजे तक चलता रहा। 10 हजार वर्ग फीट की छत को भरने में 7 से 8 घंटे का समय लगा। देश के अलग-अलग राज्यो से आए सेवादार कोटा सेंट्रल गुरु सिंह सभा के प्रधान तरुमीत सिंह बेदी ने बताया कि गुरुद्वारे की विशाल छत को भरने के लिए किसी भी मजदूर की आवश्यकता नहीं पड़ी यहां पर सारा काम सेवादार ने किया। संत बाबा लक्खा सिंह ने श्रमदान कर शुरुआत की जिसके बाद लगभग 5000 की तादाद में महिला पुरुष बुजुर्ग मौजूद थे कई ऐसे सेवादार थे जिनका तो श्रमदान करने में नंबर तक नहीं आया। 7 दिन में पूरी होने वाली छत को मात्र 7 से 8 घंटे में आरसीसी डालकर पूरा किया। देश के कोने-कोने से कोटा में सेवादार पहुचे। राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब और यूके से लोग कोटा के गुरुद्वारे में आए और यहां पर श्रमदान किया।