प्रदेश में विद्युत विभाग की ओर से इन दिनों घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाने का काम शुरू किया गया है। इसके विरोध में सोमवार को बनाड़ क्षेत्र के नांदड़ी विद्युत विभाग कार्यालय के बाहर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। लोगों ने डिस्कॉम अधिकारियों का घेराव कर अपने घरों में लगाए गए स्मार्ट मीटर को हटाने की मांग की। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई। डिस्कॉम के अधिकारियों ने समझाइश की। लोगों का कहना था कि स्मार्ट मीटर लगाए जाने की वजह से उनके घरों का बिजली बिल 2 हजार से 3000 रुपए तक बढ़ गया है, जिसे भरपाना मध्य वर्ग के परिवार के लिए असंभव है। बिजली का बिल बढ़ने से उपभोक्ता परेशान प्रदर्शन कर रहे रायबहादुर सिंह ने बताया- बनाड़ के नांदड़ी इलाकों में जिस घर का बिल दो या तीन हजार था, उसका बिल 24 से 28 हजार हो गया है। स्मार्ट मीटर में दो हजार के करीब चार्ज जोड़े गए हैं। इतना बिल यहां रहने वाले लोग कैसे भर सकते हैं। हम ये बिल नहीं भरेंगे। महिला मोहन कंवर ने बताया- तीन महीने पहले उनके घर पर स्मार्ट मीटर लगाया गया था। उन्होंने दैनिक भास्कर को बताया कि पहली बार उनके घर का बिल 17000 रुपए का आया। उसके बाद 13 हजार रुपए का बिल भेज दिया गया। अब 9 हजार रुपए का बिल आया है। अब बिजली का बिल भरें या बच्चों की फीस भरें समझ नहीं आ रहा। महिला बेबी देवी ने बताया- स्मार्ट मीटर लगाने के बाद बिजली का बिल बढ़ गया है। पहले बिजली का बिल 1500 रुपए आता था। अब बिल तीन हजार रुपए तक का हो गया है। इससे बच्चों की फीस भरना भी मुश्किल हो गया है। विद्युत विभाग के XEN जयपाल सिंह ने बताया- स्मार्ट मीटर लैब से टेस्ट होकर आते है इसलिए प्रारंभिक तौर पर गलत रीडिंग की गुंजाइश नहीं है। इस मामले को लेकर स्थानीय कॉलोनी के लोगों को साथ में लेकर डिस्कॉम के इंजीनियर की कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया है। ये कमेटी मीटर में बिल ज्यादा आने की शिकायतों वाले उपभोक्ताओं के मीटर की जांच करेगी, जिसमें यदि किसी का बिल गलत आया है तो उसे सुधारा जाएगा।