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चित्तौड़गढ़ में ठाकुरजी की निकली सवारी:अपनी बहन और बड़े भाई के साथ भ्रमण पर निकले भगवान जगन्नाथ

भक्ति की धरा पर कृष्ण स्वरूप भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा-भाई बलराम तीनों की मूर्तियों को रथ में विराजमान कर नगर भ्रमण कराया गया। युवा और युवतियां अलग-अलग टोलियां बनाते हुए जयकारे लगाते नृत्य कर रहे थे। शहर में आज माहौल पूरा भक्तिमय हो गया था। भक्ति में नाचते गाते भक्तजनों में रथ को खींचने के लिए होड़ मची हुई थी। यह नजारा था भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा का। शनिवार शाम को मीरानगर इस्कॉन मंदिर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहंडी उत्सव (जगन्नाथ जी को गर्भगृह से झूलते हुए रात तक लाने की क्रिया) मनाते हुए भगवान जगन्नाथ की मूर्तियों को रथ में पूजा-अर्चना के साथ विराजमान किया गया। रथ को फूलों और पत्तियों से सजाया गया। 50 मीटर लंबे रस्सों से रथ को खींचा गया। ड्रोन से की पुष्प वर्षा ठाकुरजी के समक्ष शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति, जगन्नाथ अष्टकम और स्वस्ति वाचन किया। रथयात्रा में सबसे आगे इस्कॉन मंदिर के प्रतीक चिह्न थामे लड़के चल रहे थे। जगह-जगह पर विविध समाजों की ओर से रथयात्रा का स्वागत किया गया। रथ के आगे श्रद्धालु झाडू लगाते हुए चल रहे थे। यहां इस्कॉन जयपुर, वृंदावन, चित्तौड़ मंदिर की टीम हरिनाम संकीर्तन करती चल रही थी। साथ ही राजस्थानी बैंड की टीम भी मौजूद रही। भगवान के रथ पर ड्रोन से पुष्प वर्षा की गई। कई बहुरूपिया भी अलग अलग भगवानों का रूप धारण कर यात्रा में शामिल हुए। रास्ते में सभी भक्तों को प्रसाद भी दिया गया। यात्रा में श्रद्धालु ठाकुर जी के लिए नाच गा रहे थे। लगातार तीसरे साल निकाली जा रही जगन्नाथ यात्रा में जन जन को झूमते हुए देखा गया। मीरा मार्केट से शुरू होकर सुभाष चौक पर हुई संपन्न यात्रा मीरा मार्केट स्थित इस्कॉन मंदिर से प्रारंभ होकर शास्त्री नगर चौराहा, कलेक्ट्रेट सर्किल, नगर परिषद, चामटी खेड़ा चौराहा, मोक्ष धाम अप्सरा टाकीज, गोल प्याऊ होते हुए सुभाष चौक पर संपन्न हुई। यात्रा के बाद सुभाष चौक पर ही रात 8.45 बजे महाआरती की जाएगी। रात 9 बजे प्रसाद का वितरण होगा। इस्कान मंदिर समिति के सदस्य, विविध सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी और श्रद्धालु मौजूद थे। झाकियां रही आकर्षण का केंद्र इससे पहले ठाकुरजी को 56 भोग लगाया गया। इस्कॉन चितौड़गढ़ मंदिर के प्रभारी मधुर मुरली प्रभु ने बताया कि भगवान जगन्नाथ को 56 भोग लगाया और आकर्षक श्रृंगार किया गया। रथयात्रा के दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेवादार साथ में चल रहे थे। कलेक्ट्रेट चौराहा पर रथयात्रा के दौरान इस दौरान कई झांकियां निकाली गई, जो आकर्षण का केंद्र रही। झांकी में राम दरबार की झांकी सबका मन मोह लिया।

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