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चित्तौड़गढ़ जिले में गर्मी का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते कुछ दिनों से जिले में तापमान तेज़ी से बढ़ रहा है और अब यह आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है। सोमवार को चित्तौड़गढ़ का अधिकतम तापमान 44.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान भी 28.4 डिग्री तक पहुंच गया। इससे पहले रविवार को अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28.1 डिग्री रहा था। अब स्थिति ऐसी हो गई है कि दोपहर के समय तो गर्म हवाएं और लू परेशान करती ही हैं, लेकिन अब रातों में भी गर्मी और उमस के कारण चैन से सोना मुश्किल हो गया है। पंखे और कूलर भी राहत नहीं दे पा रहे हैं। लोग दिन में घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं और जरूरी कामों के लिए ही दोपहर में बाहर निकलना पड़ रहा है। गर्मी का सबसे ज्यादा असर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों पर देखने को मिल रहा है। डॉक्टरों की सलाह है कि इस मौसम में सभी लोग घर से बाहर निकलते समय छाते या कपड़े से सिर को ढकें, खूब पानी पिएं और धूप में अधिक देर तक न रहें। लू और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए शरीर को ठंडा और तरोताजा बनाए रखना जरूरी है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 4 से 5 दिन तक मौसम पूरी तरह साफ और शुष्क रहेगा। इस दौरान तापमान में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। यानी अभी राहत की उम्मीद नहीं है। हालात ऐसे हैं कि अब रात में भी वातावरण ठंडा नहीं हो रहा, जिससे लोगों को नींद में परेशानी हो रही है। हालांकि एक राहत की खबर यह है कि 15 और 16 जून को राजस्थान के कुछ हिस्सों में प्री-मानसून की हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। अगर ऐसा होता है तो चित्तौड़गढ़ में भी इसका असर देखने को मिल सकता है और तापमान में कुछ गिरावट आ सकती है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि इस बारिश के बाद मौसम में थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन फिलहाल गर्मी से बचाव ही सबसे अच्छा उपाय है।

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