चित्तौड़गढ़ जिले में इन दिनों मानसून से पहले की बारिश का सिलसिला जारी है। बुधवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए हैं और रुक-रुक कर बूंदाबांदी हो रही है। इससे मौसम में ठंडक घुल गई है और लोगों को गर्मी से राहत मिली है। शहरवासियों के लिए यह ठंडक भरा बदलाव काफी सुकून दायक है। डूंगला और भदेसर में सबसे ज्यादा बारिश
जिले में हुई बारिश की बात करें तो डूंगला और भदेसर में सबसे ज्यादा बरसात दर्ज की गई है। डूंगला में 26 मिमी और भदेसर में 20 मिमी बारिश हुई है। वहीं अन्य इलाकों में भी अच्छी बारिश देखी गई, जैसे गंगरार में 12 मिमी, निंबाहेड़ा में 9 मिमी, बड़ीसादड़ी में 10 मिमी, कपासन में 7 मिमी, बस्सी में 4 मिमी, भूपाल सागर में 5 मिमी, राशमी में 6 मिमी, बेगूं में 3 मिमी और भैंसरोडगढ़ में 0 मिमी। चित्तौड़गढ़ शहर में सुबह 8 बजे तक 8 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बांधों में बारिश के रिकॉर्ड
लगातार हो रही बारिश से जिले के बांधों में भी पानी की आवक शुरू हो गई है, जो आने वाले दिनों में जल संग्रहण और सिंचाई के लिए शुभ संकेत है। बड़गांव बांध में 20 मिमी, बस्सी बांध में 14 मिमी, कपासन बांध में 13 मिमी, संदेसर में 10 मिमी, वागन में 7 मिमी, गंभीरी में 5 मिमी, मातृकुंडिया में 4 मिमी, औराई में 3 मिमी और भूपाल सागर में 0 मिमी रेनफॉल दर्ज हुआ है। तापमान में गिरावट से गर्मी में राहत
बारिश और बादलों की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि सोमवार को यह अधिकतम तापमान 34.5 और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री था। यानी अधिकतम तापमान में 1.8 डिग्री और न्यूनतम में 0.4 डिग्री की गिरावट आई है। इससे जिलेवासियों को गर्मी से राहत महसूस हो रही है। 21 जून तक जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
मौसम विभाग के अनुसार चित्तौड़गढ़ में बारिश की गतिविधियां 21 जून तक बनी रह सकती हैं। इस दौरान तेज हवाएं चलने, बादल गरजने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। आने वाले कुछ दिनों में तेज बारिश के आसार भी हैं। यह दौर किसानों के लिए खासा फायदेमंद हो सकता है। जल्द पहुंचेगा मानसून, लू की संभावना नहीं
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले 1-2 दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून चित्तौड़गढ़ में पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा। इससे बारिश की रफ्तार और बढ़ेगी। अच्छी बात यह है कि अब जिले में लू चलने की संभावना नहीं है। तापमान और गिर सकता है, जिससे मौसम और भी ज्यादा सुहावना हो जाएगा। चित्तौड़गढ़ जिले में इस समय मौसम पूरी तरह से करवट बदल चुका है। एक ओर जहां बादलों और बारिश ने गर्मी को कम कर दिया है, वहीं दूसरी ओर बांधों में पानी की बढ़ती आवक ने लोगों और किसानों को राहत की सांस दी है। अब सबकी निगाहें आने वाले मानसून पर टिकी हैं, जो जल्द ही जिले में दस्तक देने वाला है।
