चित्तौड़गढ़ जिले में गुरुवार सुबह से आसमान में घने बादल छाए हुए हैं। इस बारिश से जहां गर्मी और उमस से राहत मिली है, वहीं कई इलाकों में यह आफत बनकर भी बरसी है। इधर, गंभीरी नदी का पानी भी घाट तक पहुंच गया था। सबसे ज्यादा बारिश बस्सी में, शहर में हुई 98 एमएम बरसात
जिले में सबसे ज्यादा बारिश बस्सी में दर्ज की गई, जहां अब तक 320 मिमी यानी लगभग 12.5 इंच पानी बरस चुका है। इसके अलावा सुबह 8 बजे तक गंगरार में 157 मिमी, बेगूं में 123 मिमी, चित्तौड़गढ़ शहर में 98 मिमी, राशमी में 53 मिमी, भूपालसागर में 50 मिमी, कपासन में 34 मिमी, रावतभाटा में 18 मिमी, निंबाहेड़ा में 48 मिमी, बड़ीसादड़ी में 17 मिमी, भदेसर में 36 मिमी और डूंगला में 23 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बांधों में भराव, कई ओवरफ्लो
लगातार हो रही बारिश से जिले के कई छोटे-बड़े बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। बस्सी डेम में 2 इंच की चादर चल रही है, यानी डेम पूरी तरह भर चुका है और अब पानी ऊपर से बह रहा है। इसके अलावा बस्सी के भड़किया बांध, दहि खेड़ा, गुणेर, मोडिया महादेव, सादी, चित्तौड़गढ़ के सांकल खेड़ा, बेगूं के बुझड़ा, कदमाली, भीलवाड़ा का देवलिया, राशमी के गणेशपुरा, रावतभाटा के मालादेवी, नाहरगढ़, श्रीपुरा और उमरेचा बांध भी ओवरफ्लो हो गए हैं। मुख्य बांधों में बारिश से जलभराव
मुख्य बांधों में भी रेनफॉल हुआ है। गंभीरी बांध में 58 मिमी, कपासन बांध में 52 मिमी, बस्सी बांध में 307 मिमी, वागन बांध में 16 मिमी, बड़गांव बांध में 55 मिमी, भूपालसागर बांध में 54 मिमी, संदेसर बांध में 50 मिमी, मातृकुंडिया बांध में 34 मिमी और औराई बांध में 298 मिमी पानी दर्ज किया गया है। झरनों में भी तेजी, मंदिर परिसर में पानी
बस्सी के निलिया महादेव का झरना इतनी तेज गति से बह रहा है कि मंदिर परिसर में पानी भर गया था। तेज बहाव के कारण वहां दर्शन करने आए लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि वहां चारों तरफ से बह रहे झरने को देखने के लिए कई पर्यटक वहां गए। हालांकि प्रशासन ने तेज वेग से बह रहे झरने से सबको दूर रहने की हिदायत दी है। आगामी दिनों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने बताया है कि चित्तौड़गढ़ जिले में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। इसी को देखते हुए विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। बारिश के चलते नदी-नालों के पास न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की हिदायत दी गई है। बारिश से राहत के साथ-साथ कई इलाकों में परेशानी भी बढ़ी है। प्रशासन की ओर से स्थिति पर नजर रखी जा रही है और जरूरत पड़ने पर राहत कार्य भी शुरू किए जा सकते हैं।
