राजस्थान में शुक्रवार शाम को जयपुर, चूरू और श्रीगंगानगर में मौसम बदला और बरसात हुई। चूरू में बारिश के साथ ओले गिरे। जिले के सादुलपुर इलाके के कई गांवों में 20 मिनट तक बारिश हुई और चने के आकार के ओले गिरे। इस दौरान जमीन पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। राजधानी जयपुर में भी शाम को मौसम बदला और बादल छाने के साथ तेज हवा चलने लगी। कई इलाकों में बूंदाबांदी हुई। ठंडी हवा चलने से मौसम सुहावना हो गया। श्रीगंगानगर जिले में भी कई इलाकों में बारिश हुई। मौसम विभाग ने शनिवार को भी राजस्थान के 11 जिलों में आंधी-बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और छाता साथ रखने की सलाह दी है। इससे पहले गुरुवार को भी पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हुई। जयपुर, सीकर, भरतपुर, दौसा, अलवर, बीकानेर और चूरू समेत कई जिलों में बादल बरसे। चौमूं, कोटपूतली-बहरोड़ और बानसूर में ओलावृष्टि भी हुई। सीकर में सर्वाधिक 8 मिमी और अलवर में 2.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। तापमान में गिरावट
बारिश से राज्य में गर्मी से राहत मिली। कई शहरों का पारा 1 से 3 डिग्री तक लुढ़क गया। चित्तौड़गढ़ में 39.7 और कोटा में 39.1 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। सभी शहरों में पारा 40 डिग्री से नीचे रहा। फसलों के नुकसान होने की आशंका
ओलावृष्टि, आंधी और बारिश से फसलों को नुकसान होने की आशंका है। वर्तमान में रबी की फसल (गेंहू, सरसों, तारामीरा, चना) की फसलें पक गई है और कई जगह कटाई चल रही है। इसके अलावा कई जिलों में फसलें कटकर जिंस के रूप में मंडियों में बिकने आ गई है और खुले में पड़ी है। इन फसलों के गीले होने से इनके नुकसान पहुंचने की आशंका है। 8 जिलों में बारिश-आंधी का अलर्ट किया था जारी
मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने शुक्रवार को 8 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया था। मौसम विभाग ने बादल छाने, बारिश होने के साथ कहीं-कहीं 30 से 40KM प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज आंधी चलने और ओले गिरने की चेतावनी जारी की थी। 16 मार्च से इस सिस्टम का असर खत्म हो जाएगा और प्रदेश में आसमान फिर से साफ होगा और धूप निकलेगी।
