पुलिस ने श्रीनगर और आसपास के इलाकों में सूने मकानों में चोरी करने वाले दो आरोपियों को अजमेर जेल से प्रोटेक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। दोनों ने 9 अलग-अलग जगहों पर चोरी करना कबूल किया है। श्रीनगर थाना अधिकारी जसवंत सिंह ने बताया कि अजमेर पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के निर्देशन में संपत्ति संबंधी अपराधों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया गया। इसके तहत पुलिस की एक स्पेशल टीम गठित की गई। 30 अक्टूबर को ग्राम बाड़ा, श्रीनगर निवासी शिवराज गुर्जर ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उसने बताया कि उसके और पड़ोसी रामदेव गुर्जर के सूने मकान में दोपहर के समय अज्ञात चोर अलमारी से चांदी की पायजेब, काकणी, आवला और अन्य सामान चोरी कर ले गए। रिपोर्ट के बाद पुलिस ने चोरों की तलाश शुरू की। पुलिस ने अजमेर जेल से हिरासिंह उर्फ महेंद्र (20) पुत्र मदन सिंह रावत और रोशन उर्फ इकबाल (21) पुत्र मेघा चीता, दोनों निवासी मोहनपुरा, श्रीनगर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने 9 जगहों पर चोरी करना स्वीकार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ग्राम मोहनपुरा के सूने मकान से चांदी की कणकती और पायजेब, ग्राम बीर रोड के मकान से सोने की 5 मांदलिया, सोने का बोर, पायजेब, कनकती और काकनी, राजोसी नसीराबाद के मकान से 10 हजार नकद, सोने का हार, मंगलसूत्र और पायजेब, ब्यावर के पास के गांव से 5 हजार नकद और चांदी की चूड़ियां, सेंदड़ा पुलिया के पास के मकान से सोने का बोर, जवाजा के मकान से सोने का बोर, पायजेब और कणकती, ग्राम पीपलाज ब्यावर के मकान से चांदी की चूड़ियां और कड़े, पीपलाज के मातली गांव के मकान से 22 हजार नकद, पायजेब और बिछुड़ियां चोरी की थीं। दोनों आरोपी दिन में सूने मकानों की रेकी करते थे। एक आरोपी अंदर जाकर चोरी करता, जबकि दूसरा बाहर निगरानी रखता था। पुलिस ने दोनों को अजमेर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस की स्पेशल टीम में श्रीनगर थानाधिकारी जसवंत सिंह, एएसआई श्रवण लाल, एसआई हनुमान लाल, हेड कांस्टेबल मामराज, कांस्टेबल महेंद्र पाल, विक्रम सिंह, मेवाराम, जयदेव, मनोहर लाल और रणवीर शामिल थे। इनपुट-योगेश कुमावत, श्रीनगर