कोटकासिम में खेत में पत्थर गाड़ने के विवाद को लेकर एक पक्ष के लोगों ने हरियाणा से हथियारबंद बदमाशों को बुलाकर दूसरे पक्ष के लोगों को जमकर पीटा। साथ ही बंदूक दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। इसको लेकर एक पक्ष के लोगों ने कोट कासिम थाने में मामला दर्ज करवाया है। साथ ही कोटकासिम पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए गए हैं। कोटकासिम के रहने वाले रोहिताश पुत्र श्योनारायण सैनी ने बताया कि उनके खेत में कोटकासिम एसडीएम की तरफ से पत्थरगढी के आदेश दिए गए थे। एसडीएम के आदेशों की अनुपालना में शुक्रवार को राजस्व टीम द्वारा उनके खेत में पत्थरगढ़ी की जा रही थी। तभी पड़ोसी खेत के नीलाराम पुत्र ओमप्रकाश जाट, रामजीलाल पुत्र राजेन्द्र जाट ने उसके और उसके भाईयो के साथ मारपीट कर दी। साथ ही जान से मारने की धमकी दी। शनिवार को सुबह 9:30 बजे वह अपने घर के पास खड़ा था। इस दौरान एक स्विफ्ट कार से चार-पांच लडके आए, जिनमे सचिन पुत्र रमेश जाट, शशि पुत्र कवरसिंह को उसने पहचान लिया। इन सभी लोगों ने लाठी और डंडों के साथ उससे मारपीट की। उसके चिल्लाने पर पड़ोसी पहुंचे तो बदमाश मौके से फरार हो गए। इसके बाद जब उसका भाई निरंजन उसका मेडिकल कराकर उसे घर छोड़कर दोपहर 2 बजे अपने घर जा रहा था। तभी सचिन पुत्र रमेश, रामजीलाल पुत्र राजेन्द्र, शशि पुत्र कंवर सिंह, अनिल पुत्र लीलाराम और एक अन्य व्यक्ति स्विफ्ट कार से आए और उसके भाई के देशी कट्टा गर्दन पर लगाकर जान से मारने की धमकी देने लगे। इसके बाद लाठियों से उसके साथ मारपीट की। जिससे उसकी गर्दन,कमर और हाथ में गंभीर चोट आई। जब उसका भाई चिल्लाया, तब पड़ोसी ने पोहप सिंह और उसकी पत्नी कांता के साथ शांति देवी और धन सिंह आ गए। इन सभी को आता देख बदमाश मौके से फरार हो गए। पीड़ित ने बताया कि मामले को लेकर शनिवार को रिपोर्ट दी गई है। मगर पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि बदमाश उन्हें आए दिन जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। शनिवार रात को भी उनके घर में पत्थरों से हमला किया गया। जिस पर परिवार ने अंदर छिपकर जान बचाई। कोटकासिम थाना अधिकारी नंदलाल सिंह जांगिड़ ने बताया कि 12 जुलाई को खेत में पत्थर गड़ी के दौरान झगड़ा हुआ था। जिसमें तीन युवकों को शांति भंग में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया है और पाबंद कर दिया है। लिखित शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। बाकी इस मामले में जितने भी लोग दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।