gif 19 1 1742295982 SNUeID

जमीन विवाद में गंभीर घायल हुए भरतपुर के नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) कमांडो की सोमवार को मौत हो गई। करीब 5 महीने पहले पड़ोसियों ने गांव में कमांडो पर गोलियां बरसाई थीं। 3 गोली उनके पैर में लगी थीं। आरोपियों ने कुल्हाड़ी से पैर पर भी हमला किया था। घायल कमांडो का दिल्ली के आर्मी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। भरतपुर में सेवर के गढ़ी जालिम गांव निवासी कमांडो बबलेश कुमार (32) जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में तैनात थे। कमांडो के शव को सोमवार रात दिल्ली से भरतपुर के आरबीएम हॉस्पिटल लाया गया। मंगलवार को पोस्टमॉर्टम करवाया गया। हालांकि परिजनों ने शव को लेने से इनकार कर दिया। कमांडो बबलेश के भाई बंशराम का कहना था कि FIR से जिन दो आरोपियों के नाम हटाए गए हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जाए। परिजनों का कहना था कि आरोपियों के परिजन उन्हें धमकियां भी देते हैं। सीओ पंकज यादव बबलेश के परिजनों को समझाने पहुंचे। दो पक्षों में जमीन विवाद में हुई थी फायरिंग
भरतपुर के सेवर थाना अधिकारी धर्म सिंह ने बताया- गढ़ी जालिम में 23 अक्टूबर 2024 को दो पक्षों में जमीन विवाद हो गया था। एक पक्ष की ओर से फायरिंग की गई थी। इसमें एनएसजी कमांडो बबलेश कुमार सहित दो भाई घायल हो गए थे। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। एक नाबालिग को भी डिटेन किया था। 30 जनवरी 2025 को कोर्ट में चालान पेश कर दिया है। पैर में मारी 3 गोली, कुल्हाड़ी से भी किए वार
कमांडो की पत्नी भूरो देवी (29) ने बताया- भरतपुर निवासी राजेंद्र से 2 साल पहले उन्होंने 4 बीघा जमीन खरीदी थी। जमीन की बाउंड्री को लेकर गांव के पड़ोसी लक्खो, राजवीर और सुबड से परिवार के लोगों का विवाद हो गया। अक्टूबर 2024 में मेरे पति बबलेश कुमार 15 दिन की छुट्टियों पर जम्मू-कश्मीर से घर आए हुए थे। 23 अक्टूबर की सुबह बबलेश अपनी जमीन की तरफ जा रहे थे। लक्खो, राजवीर, सुबड ने अपने परिजनों के साथ मिलकर बबलेश पर हमला किया। सभी लोगों ने बबलेश पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। घटना का पता लगने पर बबलेश का बड़ा भाई बंशराम उसे बचाने आया तो बंशराम पर भी फायरिंग कर दी। घटना में बबलेश के शरीर पर कई जगह छर्रे लगे। पैर में 3 गोलियां लगीं। आरोपियों ने बबलेश के पैर पर कुल्हाड़ी से भी वार किए थे। इन्फेक्शन फैलने से कमांडो का पैर काटा
घटना के बाद बबलेश को तुरंत भरतपुर के आरबीएम अस्पताल लेकर गए थे। जहां से जयपुर के SMS अस्पताल रेफर कर दिया था। बबलेश के पैर में इन्फेक्शन फैलने के कारण SMS अस्पताल में डॉक्टरों को उनका दायां पैर काटना पड़ा। इसके बाद बबलेश के परिजनों ने घटना की सूचना आर्मी ऑफिस में दी। बबलेश को दिल्ली में आर्मी के RR हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। जहां सोमवार देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया। चार आरोपी गिरफ्तार
बबलेश के परिजनों ने लक्खो, राजवीर, सुबड और उसके परिजनों के खिलाफ 23 अक्टूबर को सेवर थाने में मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने लेखराज (38), धर्मराज (33), रिंकू (28) और नरेंद्र (32) को गिरफ्तार कर लिया। जबकि एक नाबालिग को डिटेन किया गया। हालांकि आरोपियों में लक्खो और राजवीर के नाम भी थे, जिनके नाम बाद में एफआईआर में से हटा दिए गए। कमांडो की पत्नी भूरो देवी 20 फरवरी को आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर आईजी ऑफिस भी पहुंची थीं। कमांडो बबलेश के दो बच्चे कामिनी (7) और ऋषिराज (5) हैं। अपनी मांगों के लिए सीएम के घर भी पहुंचे थे परिजन
बबलेश के परिजन मंगलवार शाम अपनी मांगों के लिए सीएम के भरतपुर में जवाहर नगर स्थित निवास पर पहुंचे थे। मौके पर ग्रामीण सीओ आकांक्षा चौधरी, सीओ सिटी पंकज यादव, QRT टीम और पुलिस जाब्ता भी मौजूद था। उन्होंने बबलेश के परिजन और ग्रामीणों को खदेड़ दिया। इसके बाद बबलेश के परिजन और ग्रामीण वहां से चले गए।

By

Leave a Reply