देशभर में सामाजिक-सांस्कृतिक चेतना को जगाने वाली जयपुर की प्रमुख संस्था शुभ विचार और इसके संस्थापक रंगकर्मी जीतेंद्र शर्मा को देहरादून में आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया गया। यहां उनकी संस्था को मोस्ट पॉपुलर एंड इंस्पायरिंग कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया और जीतेन्द्र को ग्लोबल आइकॉन एक्टर एंड थिएटर डायरेक्टर अवॉर्ड से नवाजा गया। यह सम्मान देहरादून के पांच सितारा सैफरन लीफ होटल में आयोजित समारोह में फिल्म अभिनेता तुषार कपूर और अभिनेत्री ईशा देओल की ओर से प्रदान किए गए। इस अवसर पर शुभ विचार संस्था के लिए जीतेंद्र शर्मा की ओर से तुषार कपूर का विशेष पॉडकास्ट भी रिकॉर्ड किया गया। इसमें तुषार ने समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की बात करते हुए शुभ विचार संस्था की सराहना की। दो दशक की रचनात्मक यात्रा पिछले 20 वर्षों से शुभ विचार संस्था देशभर में नाटक, संगीत, चित्रकला, साहित्य व संस्कृति के माध्यम से वैचारिक और सामाजिक उत्थान में जुटी हुई है। संस्था अब तक 400 से अधिक गतिविधियां आयोजित कर चुकी है, 1 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुंच बनाई है और 5000 से अधिक प्रतिभाओं को मंच देकर सम्मानित किया है। संस्था राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD), दिल्ली से अभिनय शिक्षण के लिए मान्यता प्राप्त है। हाल ही में इसे गोवा सरकार द्वारा भारत का सर्वश्रेष्ठ एनजीओ अवॉर्ड भी मिल चुका है। संस्था के दस हजार से अधिक ऑनलाइन सदस्य हैं और भारत सहित कई देशों में इसकी उपस्थिति है। रंगमंच के माध्यम से संदेश देने वाले जीतेंद्र शर्मा संस्था के संस्थापक जीतेंद्र शर्मा को थिएटर के क्षेत्र में लीक से हटकर काम करने के लिए ग्लोबल आइकॉन एक्टर एंड थिएटर डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला। पिछले वर्ष जयपुर के प्रतापनगर स्थित श्मशान घाट पर मंचन किए गए नाटक ‘श्मशान’ के लिए उनकी चर्चा हुई थी। अब तक वह 50 से अधिक नाटकों में अभिनय और निर्देशन कर चुके हैं। 20 से अधिक टीवी सीरियल, डॉक्युमेंट्री और संगीत एलबम में नजर आ चुके हैं। दिल्ली में मॉडलिंग की शिक्षा लेने वाले जीतेंद्र ने भारत सरकार के युवा प्रतिनिधिमंडल के रूप में चीन का नेतृत्व भी किया।वे राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ में संगीत विभाग अध्यक्ष और सांस्कृतिक सचिव भी रहे हैं। संगीत और शोध में भी उल्लेखनीय उपलब्धि शास्त्रीय संगीत में सितार वादन से बैचलर और मास्टर ऑफ म्यूजिक प्रथम श्रेणी में पास कर चुके जीतेंद्र वर्तमान में इसी विषय पर शोधरत हैं। उन्होंने प्रयाग संगीत समिति और राजस्थान संगीत संस्थान से तबला, कथक, हारमोनियम और गायन में दक्षता प्राप्त की है। केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी से शास्त्रीय नाट्य में भी डिप्लोमा प्राप्त किया है।
जयपुर के रंगकर्मी को बॉलीवुड एक्टर्स ने सम्मानित किया:कला-संस्कृति में योगदान के लिए मिला अवॉर्ड, 50 से ज्यादा नाटकों में काम कर चुके
