जयपुर का साइंस पार्क ऑडिटोरियम साहित्यिक प्रेमियों के लिए एक अद्भुत कार्यक्रम का साक्षी बना। यहां अखिल भारतीय सांस्कृतिक चेतना मंच के सौजन्य से साहित्य संगम कवि सम्मेलन एवं मुशायरा का आयोजन हुआ। इसमें देशभर से आए रचनाकारों ने अपनी कविताओं और गजलों से श्रोताओं के दिलों को छू लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि ऐसे आयोजन समाज में साहित्यिक और सांस्कृतिक चेतना को जीवंत बनाए रखते हैं। मंच की ओर से हो रहे प्रयास अत्यंत सराहनीय हैं। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल झा और प्रसिद्ध शायर लोकेश कुमार सिंह साहिल की विशेष उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और भी बढ़ा दिया। मंच पर झलका विविधता और भावों का संगम देवरिया से आए कवि आशीष द्विवेदी की संवेदनशील कविताओं ने जहां मन को छुआ, वहीं कवयित्री सपना शर्मा और ‘अनुगूंज’ की प्रस्तुति ने स्वर और शब्दों का सुंदर संगम प्रस्तुत किया। मुशायरे के शायरों में क्रिस गौड़, सौरभ चौहान, यादवेंद्र आर्य, मुकेश गुनीवाल, संतोष पुरस्वानी और यति बहल की गजलों ने तालियों की गूंज के साथ माहौल को सराबोर कर दिया। कार्यक्रम का कुशल संचालन कवि नीलमणि झा ने किया, जिनके चुटीले अंदाज और प्रभावी भाषा ने पूरे आयोजन को एक सूत्र में बांध दिया। श्रोताओं की उपस्थिति और उनकी आत्मीय सहभागिता ने यह सिद्ध किया कि कविता, शायरी और साहित्य का जादू आज भी लोगों के दिलों में जीवित है।
जयपुर के साइंस पार्क में कविताओं-गजलों ने दिल छू लिया:साहित्य संगम कवि सम्मेलन में संवेदनशील मुद्दों कविताएं सुनाई गईं, देशभर से रचनाकार पहुंचे
