जयपुर-भीलवाड़ा मेगा हाईवे बदहाल है। लो क्वालिटी के इस मेगा हाईवे पर प्रदेश का सबसे महंगा टोल वसूला जाता है। 212 किमी की इस टोल रोड पर 4 टोल पर कारों से 330 रुपए एक साइड की वसूली की जा रही है। इस सड़क पर 1023 बड़े गड्ढे तो भास्कर रिपोर्टरों ने गिन डाले। कई जगह तो पूरी सड़क ही गायब थी। 212 किमी के सफर में 20 किमी सड़क शाहपुरा के पास ठीक मिली। बाकी 192 किमी की सड़क पर गड्ढे और पैच लगे मिले। 10 साल पहले 200 करोड़ की लागत से बने हाईवे पर अब तक 500 करोड़ रुपए की टोल वसूली हाे चुकी है, लेकिन सड़क के मेंटेनेंस के नाम पर 30 करोड़ रुपए भी खर्च नहीं किए गए। हालात ये हैं कि सांगानेर, मदरामपुरा, टीलवाला, भोजपुरा, फागी, निमेड़ा, केकड़ी, शाहपुरा में इस हाईवे पर एक साइड की सड़क पूरी तरह टूट चुकी है। सांगानेर से शाहपुरा तक सीएम, डिप्टी सीएम, कैबिनेट मंत्री सहित 7 भाजपा विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों के बीच से गुजरता है। सांगानेर से केकड़ी तक क्षमता से ज्यादा ट्रैफिक लोड हो चुका है। बावजूद इसके न तो चौड़ाई बढ़ी और ना ही बाईपास की प्लानिंग की गई है। हर 2 साल में टोल से सरकार काे मिल रहे हैं 90 करोड़ रुपए जयपुर-भीलवाड़ा में रेनवाल-मालपुरा-केकड़ी-शाहपुरा टोल आते हैं। रखरखाव RSRDC की जयपुर विंग तृतीय और भीलवाड़ा प्रोजेक्ट मैनेजर के पास है। चाराें टोल का सितंबर-2024 में दाे साल के लिए टेंडर हुआ था। 90 करोड़ में टेंडर मंदीपा कंपनी काे दिया गया। इसके बदले कंपनी हर सप्ताह 89 लाख रुपए RSRTC में जमा हो रहे। टोल दर बढ़ी, साइनबोर्ड पुराने; टोल दरें 3 माह पहले बदली जा चुकी हैं, लेकिन केकड़ी-मालपुरा टोल प्लाजा के बोर्ड पर कार-जीप की दर 80 रुपए और भारी वाहनों के लिए 235 रुपए लिखी है, जबकि वसूली 85 और 245 रुपए हो रही है।