भरतपुर जलदाय विभाग ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को जलदाय विभाग के सभी कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहे। इस दौरान जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने शहर में कई इलाकों में रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंचे। जलदाय विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने बजट घोषणा में जलदाय विभाग को निजीकरण करने की घोषणा की है। अगर सरकार ने इस फैसले को वापस नहीं लिया तो 29 जुलाई को भरतपुर में पानी सप्लाई को बंद रखा जाएगा। प्रदेश जलदाय कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष दीन दयाल शर्मा ने बताया कि सरकार ने बजट घोषणा में जलदाय विभाग को निजीकरण करने की घोषणा की है। सरकार अगर ध्यान दे तो इन्हीं कर्मचारियों की दशा को सुधारा जा सकता है। अभी जब पानी का बिल नाम मात्र का आता है। उसके बाद भी जनता पानी के बिल का भार नहीं ले पा रही निजीकरण के बाद भरतपुर की जनता बढ़े हुए भार को कैसे दे पाएगी। इसलिए सभी कर्मचारी जनता का साथ देते हुए निजीकरण के विरोध में मैदान में उतरे हैं। जलदाय विभाग के सभी कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से छुट्टी ली है। भरतपुर में पानी सप्लाई देने के बाद कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर सरकार ने सही निर्णय नहीं लिया तो, 29 जुलाई को सयुंक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में पूरे भरतपुर में पानी बंद किया जाएगा। इसके लिए आज सीएम के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया है।