जालोर पुलिस के एक हैड कॉन्स्टेबल और 2 कॉन्स्टेबल पिछले काफी लंबे समय से अपनी ड्यूटी से गायब चल रहे हैं। इसको लेकर एसपी ज्ञानचंद्र यादव ने उन्हें अंतिम रिकॉल नोटिस जारी किए हैं। इससे पूर्व भी तीनों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं, लेकिन ना तो वे उपस्थित हुए और ना ही उन्होंने नोटिस का कोई जवाब दिया है। हालांकि तीनों को पूर्व में निलंबित किया जा चुका है। बता दें कि हाल ही में लंबे समय से फरार रही कॉन्स्टेबल संगीता को बर्खास्त किया जा चुका है। वह भी 8 माह से ड्यूटी से अनुपस्थित चल रही थी। इस तरह पुलिस अपने ही आरोपी कॉन्स्टेबल से नोटिस की पालना नहीं करवा पा रही है। अब इन सभी मामलों में अग्रिम कार्रवाई की बात कही जा रही है। इसमें एक आरोपी पर पॉक्सो का गंभीर आरोप है। केस 1, सस्पेंड होने के 13 महीनों बाद गायब हुआ कॉन्स्टेबल गोगाराम गुड़ामालानी के आलपुरा निवासी कॉन्स्टेबल गोगाराम विश्नोई को पूर्व में शराब तस्करी मामले में गिरफ्तार किया था। उस पर गंभीर आरोप लगने के बाद विभागीय जांच प्रस्तावित की। 29 मई 2023 को उसे सस्पेंड कर उसका मुख्यालय रिजर्व पुलिस लाइन जालोर मुख्यालय किया था। सस्पेंड होने के 13 माह बाद 6 जुलाई 2024 को मुख्यालय से वह बिना किसी को सूचना दिए चला गया। तब ही से वह लगातार अनुपस्थित चल रहा है। उसे 27 जनवरी 2025 मुख्यालय पर उपस्थित होने पहला नोटिस जारी किया और फोन कर भी सूचना दी, लेकिन वह नहीं आया। इस पर उसे 6 मार्च और 10 मार्च को भी रिकॉल नोटिस जारी किए। उसके बाद भी उसने मुख्यालय में हाजिरी नहीं दी। ऐसे में अब उसे अंतिम नोटिस के जरिए कार्यालय में उपस्थित होने का अंतिम अवसर दिया है। केस 2: हेड कांस्टेबल बाबूलाल ने अंतिम चेतावनी के बाद खुद को बीमार बताया रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात सांचौर के बलाना निवासी हेड कॉन्स्टेबल बाबूलाल पुत्र ठाकराराम विश्नोई पिछले 9 माह से ड्यूटी से गायब है। उसके विरुद्ध विभागीय जांच और 2 आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के चलते उसे 27 जनवरी को निलंबित किया था और उसका मुख्यालय रिजर्व पुलिस लाइन जालोर किया। बाबूलाल 4 जुलाई 2024 से ही बिना किसी को सूचना दिए अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित चल रहा है। उसे सेवा नियम 86 के तहत कई नोटिस भेजे। जवाब नहीं मिला तो 8 फरवरी, 2 मार्च, 6 मार्च, 10 मार्च और 10 अप्रैल 2025 को रिकॉल नोटिस जारी किए। उसने भी ना तो हाजिरी दी और ना ही नोटिस के जवाब दिए। अब उसे अंतिम चेतावनी दी गई है कि वह 2 दिन में मुख्यालय पर उपस्थित हो। ऐसा नहीं करने पर सेवा नियमों के तहत विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी। उसके विरुद्ध दर्ज 2 मामलों में उसने कोर्ट से स्टे ले रखा है। अंतिम चेतावनी के बाद उसने खुद को बीमार बताया है। केस 3 : पॉक्सो और फर्जी टीए बिल का आरोपी अब मुख्यालय पहुंचा सांचौर के बी ढाणी निवासी कॉन्स्टेबल सुरेश कुमार विश्नोई पर फर्जी यात्रा भत्ता बिल और टीए डायरी बनाकर सरकारी धन हड़पने का आरोप था। इसके अलावा भीनमाल थाने में रहते पॉक्सो मामले में जांच प्रभावित करने का भी आरोप है। इस मामले में पीड़िता ने सुसाइड कर लिया था। ऐसे में उसके विरुद्ध अपराध दर्ज कर जांच की और 2 मार्च को सीसीए नियम 16 के अंतर्गत विभागीय कार्रवाई शुरू की। हालांकि वह 23 जनवरी से ही अपनी ड्यूटी से गायब चल रहा था। विभाग ने उसे 27 जनवरी को निलंबित कर उसका मुख्यालय रिजर्व पुलिस लाइन जालोर किया था। इस बीच विभाग ने उसे 2 फरवरी, 2 मार्च, 6 मार्च, 10 मार्च और 10 अप्रैल को नोटिस जारी किए, लेकिन उसने 1 का भी जवाब नहीं दिया और ना ही उपस्थिति दर्ज कराई। वह लगातार 85 दिन से अनुपस्थित रहने के बाद मंगलवार को ही पहुंचा। उपस्थित नहीं होने पर विज्ञप्ति प्रकाशित कराने के बाद अग्रिम कार्रवाई करेंगे जालोर एसपी ज्ञानचंद्र यादव ने बताया कि इन तीनों आरोपियों में से सुरेश विश्नोई आज ही पहुंचा है। उसके विरुद्ध विभागीय जांच जारी है। कार्यालय पहुंच कर आमद करेंगे। अन्य 2 में से हैड कॉन्स्टेबल बाबूलाल पर 2 मामले दर्ज हैं, हालांकि उसने कोर्ट से स्टे ले रखा है। यदि दोनों उपस्थित नहीं होते हैं तो विज्ञप्ति प्रकाशित कराने के बाद अग्रिम कार्रवाई करेंगे।
जालोर पुलिस के जवान महीनों से अनुपस्थित:दोनों को 6-6 बार रिकॉड नोटिस फिर भी नहीं आए, तीसरा पॉक्सो का आरोपी 85 दिन बाद आया
