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सरिस्का इलाके में माइनिंग की मंजूरी को लेकर सियासी वार पलटवार का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह ने बीजेपी और सरकार पर सरिस्का को बर्बाद करने और माफिया के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया है। जितेंद्र सिंह ने कहा- बड़े माफिया की नजर सरिस्का पर है। उसी दबाव में सरकार सरिस्का को उजाड़ने का काम कर रही है। सरिस्का में माइनिंग से भाजपा अपने लोगों को लाभ पहुंचाना चाहती है, जबकि यहां के इकोसिस्टम को बड़ा नुकसान होगा। हम सरिस्का में माइनिंग नहीं होने देंगे, कांग्रेस पार्टी सरिस्का को बचाने की हर लड़ाई लड़ेगी। सरिस्का में हेलिकॉप्टर से बाघ लेकर आए थे जितेंद्र सिंह ने कहा- सरिस्का से कुछ साल पहले सारे टाइगर गायब हो गए थे। हमारी सरकार के वक्त वापस टाइगर्स को बसाया गया। हमारी सरकार में जयराम रमेश केंद्रीय मंत्री थे, हम हेलिकॉप्टर से टाइगर लेकर सरिस्का में आए थे, हमने सरिस्का को बाघों से आबाद किया था। सरिस्का में बाघों का ट्रांस-लोकेशन एक मॉडल बना था, उसकी स्टडी करने विदेशों तक से लोग आते थे। सरिस्का में माइनिंग की अनुमति में बड़ा घपला जितेंद्र सिंह ने कहा- सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सरिस्का में खनन से पर्यावरण को नुकसान होता है। मशीन चलती है ब्लास्टिंग होती है इससे बाघ डिस्टर्ब होते हैं। आज ऐसी स्थिति पैदा हो गई है एक बहुत बड़ा माफिया सरिस्का को उस नजर से देख रहा है। सरिस्का में खनन की अनुमति की अफसरों ने रिपोर्ट बनाई, स्टेट वाइल्डलाइफ बोर्ड ने उसकी मंजूरी दी और उसके बाद केंद्रीय वाइल्डलाइफ कमेटी ने मंजूरी दे दी, जिसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री हैं। सरिस्का में माइनिंग की अनुमति का काम जितना जल्दी हुआ, उतना हमने कभी देखा नहीं। सरिस्का के अंदर आपने माइनिंग शुरू करा दी, यह बहुत बड़ा घोटाला हो रहा है। नेशनल पार्क के 40Km के दायरे में माइनिंग नहीं हो सकती जितेंद्र सिंह ने कहा- सरिस्का में माइनिंग की अनुमति से बहुत बड़ा नुकसान होने वाला है। जितने भी वाइल्डलाइफ और पर्यावरण के जानकार हैं, वे सब इस पर सवाल उठा रहे हैं। हमें सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा तो जाएंगे। कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश से नहीं पूरे देश में अभियान चलाएगी, यहां हम माइनिंग नहीं होने देंगे। यहां बहुत बड़ी टाइगर्स की आबादी है। कोई भी नेशनल पार्क हो, उसके 40 किलोमीटर के इलाके में खान नहीं चल सकती, यह तो सीधा दिख रहा है कि इसके अंदर बहुत बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है। जिस स्पीड से फाइल दौड़ी है, उससे साफ गड़बड़ी जाहिर होती है जितेंद्र सिंह ने कहा- इस काम में सभी माफिया हावी हैं। सरकार चाहती है कि एक महीने के अंदर सब कुछ हो जाए। आपने अनु​मति की स्पीड देखी, किस स्पीड से फाइल दौड़ी, यह अपने आप ही दर्शाता है कि इसमें माफियागिरी हो रही है। एक गरीब आदमी को पानी, बिजली का कनेक्शन लेना पड़े तो अफसर साल तक चक्कर कटवा देते हैं। यहां टाइगर कोर एरिया में ये माइनिंग की अनुमति दे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कठोर शब्दों में आलोचना की है कि सरिस्का में माइनिंग बंद कर दी जाए। यहां के अफसरों ने इतना आसानी के साथ चुपचाप सब मंजूरियां दे दीं।

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