जिले में बढ़ती गर्मी और संभावित लू (हीट वेव) के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर हीट वेव से बचाव के लिए व्यापक इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर मीणा ने आमजन से लू से बचाव के लिए जागरूक रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मौसम की जानकारी के लिए रेडियो, टीवी, समाचार पत्र और मोबाइल ऐप का उपयोग करें। साथ ही, उन्होंने पर्याप्त मात्रा में पानी और घरेलू पेय पदार्थों का सेवन करने पर जोर दिया। गर्मी के मौसम में हल्के रंग के ढीले-ढाले सूती कपड़े पहनने, बाहर निकलते समय सिर को कपड़े, टोपी या छतरी से ढकने, आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मा और त्वचा के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करने की सलाह दी गई है। नियोक्ताओं को निर्देशित किया गया है कि वे कार्यस्थलों पर ठंडे पानी, ओआरएस, छाया और प्राथमिक चिकित्सा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त, श्रमिकों को दिन के अधिक गर्म समय में काम न कराने और दोपहर 12 से 3 बजे तक धूप में बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है। इस दौरान भारी कार्य करने से भी बचने के लिए कहा गया है। पशुपालकों के लिए भी विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। कलेक्टर मीणा ने पशुओं को छाया में रखने, उन्हें साफ और ठंडा पानी उपलब्ध कराने और दिन के सबसे गर्म समय में उनसे काम न लेने का आग्रह किया है। पशु शेड की छत को सफेद रंग या गोबर से लीपने की सलाह दी गई है ताकि अंदर का तापमान कम रखा जा सके। लू से प्रभावित व्यक्ति के लिए प्राथमिक उपचार बताते हुए कलेक्टर ने कहा कि उनके सिर पर ठंडे पानी की पट्टियां रखें, ओआरएस या नींबू-पानी पिलाएं और स्थिति गंभीर होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या 100 नंबर पर संपर्क करें।