नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने साबरमती फिल्म और नरेश मीणा एसडीएम थप्पड़ कांड के बाद देवली उनियारा के समरावता गांव में पुलिस कार्रवाई को लेकर बीजेपी और सरकार पर सियासी पलटवार किया है। जूली ने कहा- जिस प्रकार से ये साबरमती रिपोर्ट लेकर आए हैं। पहले प्रदेश की पिक्चर ठीक कर लेंं। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा था। आपने राज धर्म का पालन नहीं किया। जूली ने कहा- ये गड़े मुर्दे उखाड़ने की बजाय आज प्रदेश की हालत है उसे पर मुख्यमंत्री थोड़ी चर्चा करें। जनता की नजरों में प्रदेश की जो पिक्चर चल रही है। उसको भी जरा देख लें। जूली कांग्रेस वॉर रूम में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। गोधरा की किताब में लिखा था मोदी घटना को टेकल नहीं कर पाए जूली ने कहा- गोधरा को लेकर शिक्षा विभाग की किताब में उस घटना का सचित्र वर्णन किया गया था, जिसमें यह बताया गया था कि वहां के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी इस घटना को ढंग से टेकल नहीं कर पाए। उनकी कमी की वजह से घटना हुई। उस किताब के बारे में जैसे ही पता लगा। इन्होंने अगले दिन उसके पेपर क्वालिटी चेक करने के नाम पर उसको वापस मंगा लिया। उसपर बीजेपी क्या कहना चाहती है, अगर जीएसएम चेक हो गया हो तो बुक वापस भिजवा दीजिए। समरावता की घटना में किन लोगों की मिलीभगत, सरकार जवाब दे जूली ने कहा- समरावता की घटना पर सरकार की तरफ से कोई बयान नहीं है। नरेश ने थप्पड़ मारा, क्यों मारा उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। जिम्मेदारी सरकार की है। एसडीएम की क्या गलती थी, उसकी जांच करना भी सरकार की जिम्मेदारी है। इसके बाद में पुलिस जाकर गांव वालों को पीटती है। उसमें भी सरकार की जिम्मेदारी है। उस पूरे दिन का प्रकरण है। उस पर सरकार की जिम्मेदारी बनती है। इस घटना में किन लोगों की मिलीभगत है। कौन मिले हुए हैं। उसमें सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आ रहा है। सरकार न्यायिक जांच क्यों नहीं कराना चाह रही है जूली ने कहा- जो निर्दोष लोग हैं। ग्रामीण हैं उनके घरों में जाकर उनकी बाइक और गाड़ियां जला दीं। पुलिस ने लाठी चार्ज किया, महिला बुजुर्गों बच्चों को मारा गया, उस पर सरकार की तरफ से कोई बयान नहीं आ रहा है। पहले न्यायिक जांच की मांग हो रही थी, अब संभागीय आयुक्त से जांच की बात आ रही है। सरकार न्यायिक जांच क्यों नहीं कराना चाह रही है, सरकार क्यों डर रही है? जूली ने कहा- चलते चुनाव में घटना हो जाए, वहां कलेक्टर,एसपी पर क्या कर रहे थे, डिपार्टमेंट क्या कर रहा था, सरकार क्या कर रही थी, उस पर कोई जवाब भी नहीं है। सरकार बताए, इन्होंने क्या किया और आज तक कार्रवाई क्यों नहीं की। जिंदा को डीफ्रीज में रख दिया, हर विभाग में खानापूर्ति हो रही है
झुंझुनू में जिंदा व्यक्ति को मृत बताकर डी फ्रीज में रखने की घटना पर जूली ने कहा- यह बड़ी दुखद घटना है , जांको राखे साइयां मार सके ना कोई वाली बात है। जिंदा को मृत बता दिया और डी फ्रिज में भी रख दिया और पोस्टमार्टम करने के नाम पर खाना पूर्ति हो जाए इससे दुखद क्या हो सकता है। किसी विभाग को उठाकर देख लीजिए खाना पूर्ति हो रही है। मुख्यमंत्री घूमने में व्यस्त हैं, मंत्रियों की हालत सबके सामने है। मंत्री विधायकों की आपस की नोकझोंक और तकरार लगातार सामने आ रही है। जूली ने कहा- साल पूरा होने को है, सिवाय घूमने के कोई लेना देना नहीं है। प्रदेश के क्या हालात हैं, उस पर कोई बोलता नहीं है। कोई नई वैकेंसी नहीं है और सरकार के मंत्री केवल हवाई दावे करते रहते हैं और कांग्रेस को कोसते रहते हैं।